इटावा: तेज प्रताप यादव ने ओवैसी पर साधा निशाना, लगाया यह गंभीर आरोप

इटावा। उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अल्पसंख्यक खासकर मुस्लिम मतों के बिखराव की आशंका से ग्रसित समाजवादी पार्टी (सपा) नेता एवं पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नाम लिये बगैर तंज कसते हुए कहा कि सबको पता है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) किसके इशारे पर चलती है उन्होने कहा कि बिहार,बंगाल में ओवैसी की पार्टी के हश्र किसी से छुपा नहीं हैं । उत्तर प्रदेश का मतदाता बहुत ही होशियार है और वो किसी के भी झांसे में आने वाला नही है।

सैफई मे ब्लाक प्रमुख पद की शपथ ग्रहण के बाद पत्रकारो से बातचीत में श्री यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मतदाता बहुत ही होशियार है वो अपने वोट का महत्व भली भांति जानता है इसलिए जब विधानसभा चुनाव होगा तो वो अपना वोट खराब करने का कोई काम नही करेगा। उन्होने कहा कि सैफई हमेशा से विकास में प्राथमिकता का केंद्र रहा है और उनकी पार्टी का यह प्रयास रहा है कि गांव गांव विकास की किरण पहुंचायी जाए। सपा के कार्यकाल में विकास की योजनाएं और गांव तक हर हाल में पहुंचाई गई है जिसका नतीजा सबके सामने है। सैफई में निर्माणाधीन सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल के निर्माण पर ब्रेक लगा हुआ है । अगर यह निर्माण पूरा हो जाता तो इटावा के आसपास के दो सौ के आसपास गंभीर रोगियों को उवचार मिल सकता था।

सपा नेता ने कहा कि फिलहाल विधानसभा चुनाव की अभी कोई घोषणा नहीं हुई है लेकिन उसके बावजूद भी लोग वोट डालने के लिए लालायित बने हुए हैं। स्थानीय लोगों से बातचीत के आधार पर ऐसा कहा जा सकता है कि लोग सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ बड़े पैमाने पर मुखर है और जब वोट की बारी आएगी तो भाजपा को वोट के जरिए चोट देने का काम जनमानस जरूर करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के झांसे में आकर के जिन लोगों ने उसके पक्ष में मतदान किया है वह लोग आज पछता रहे हैं और अब इस मौके का इंतजार कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में जब वोट डालने के मौका मिलेगा तो वो इस बात को दिखा देंगे कि वोट की ताकत क्या होती है।

श्री यादव ने कहा कि जनमानस के बीच में भाजपा या फिर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विश्वास और भरोसा कायम नहीं कर पाए हैं और इसी वजह से सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नाम को बड़े पैमाने पर पुकारा जा रहा है । यह सब इस ओर संकेत कर रहे हैं कि 2022 में हर हाल में समाजवादी सरकार एक बार फिर से बनने जा रही है।

Related Articles

Back to top button