संसद के उच्च सदन में दो-दो हाथ के लिए तैयार विपक्ष, दिल्ली जुड़े NCT बिल पर बढ़ा सस्पेंस
नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जुड़ा बिल संसद के निम्न सदन यानी लोकसभा से पास हो गया है। लेकिन अभी इस पर राज्यसभा में संशय के बादल छाए हुए हैं। संसद के उच्च सदन में अभी तक इस बिल को चर्चा के लिए पेश नहीं किया गया है। बुधवार को भी राज्यसभा चेयरमैन वेंकैया नायडू ने सदन को जानकारी दी कि फाइनेंस बिल पर चर्चा के बाद ही NCT एक्ट से जुड़े बिल को पेश किया जाएगा।
दरअसल, बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही कुछ देरी से शुरू हुई। सदन में सबसे पहले AIADMK के सांसद मोहम्मद जॉन को श्रद्धांजलि दी गई, जिनका बीती रात चेन्नई में निधन हो गया था। जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई, तब राज्यसभा चेयरमैन की ओर से कहा गया कि फाइनेंस बिल पर चर्चा के लिए 8 से 9 घंटे का वक्त है, इसी के बाद ही NCT संशोधन बिल को लाया जाएगा। अगर जरूरत पड़ती है तो सदन की कार्यवाही को देर रात तक चलाया ज सकता है।
आपको बता दें कि इस बिल के खिलाफ राज्यसभा में विपक्ष लगातार हंगामा कर रहा है। क्योंकि लोकसभा के मुकाबले राज्यसभा में विपक्ष कुछ हदतक मजबूत है ऐसे में सरकार के सामने सदन चलाने की दिक्कत है। यही कारण रहा कि तीन बार बिल को पेश करने की कोशिश नाकाम रही है।
अगर बुधवार को देर शाम तक सदन चलता है तो इस बिल पर चर्चा हो सकती है, जिसके बाद गुरुवार को इस सत्र के खत्म होने की संभावना बढ़ सकती है। बता दें कि विपक्ष के सांसद पहले ही विधानसभा चुनावों के कारण सत्र खत्म करने की अपील कर चुके हैं। तृणमूल कांग्रेस के कई सांसद तो सदन में भी नहीं आ रहे हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली से जुड़े बिल को लेकर काफी विवाद हो रहा है। दिल्ली सरकार का आरोप है कि इस बिल के बाद दिल्ली में उपराज्यपाल के पास अधिक अधिकार होंगे और राज्य सरकार की ताकत कमजोर होगी।