लखनऊ: एसटीएफ ने एक लाख के इनामी बदमाश को मुठभेड़ में किया ढेर

लखनऊ। प्रदेश के बलिया जिले में एसटीएफ ने एक लाख रुपए के इनामी बदमाश हरीश को मुठभेड़ में मार गिराया है। मुठभेड़ के 24 घंटे पहले एडीजी जोन वाराणसी ने बदमाश पर इनाम की राशि भी बढ़ायी थी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बलिया के रसड़ा थाना के नींबूचट्‌टी मोड़ पर एसटीएफ की मुठभेड़ में आरोपी को ढेर कर किया गया है। बदमाश हरीश बलिया जिले के हल्दी थाना के बाबूबेल गांव का रहने वाला था। उस पर पहले 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था।

अधिकारियों ने बताया कि हरीश की तलाश में बलिया जिले की पुलिस के साथ ही एसटीएफ भी कर रही थी। शुक्रवार को उसके रसड़ा क्षेत्र में मौजूद होने की सूचना मिली थी। इसके बाद गोरखपुर से आई एसटीएफ ने उसकी घेराबंदी शुरू की। खुद को घिरता देख हरीश ने फायरिंग की, लेकिन जवाबी कार्रवाई में मारा गया।

बदमाश को प्राप्त था राजीनित सरंक्षण

बताया जा रहा है पुलिस मुठभेड़ में मारे गये बदमाश हरीश को राजनीति संरक्षण भी प्राप्त था, हरीश के खिलाफ पहला मुकदमा लूट सहित अन्य आरोपों में साल 2004 में दर्ज किया गया था। उसके खिलाफ बलिया के अलावा बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में कुल 33 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें हत्या के 8 मुकदमे शामिल हैं।

सात जुलाई 2021 को बलिया जिले के बैरिया थाना अंतर्गत नगर पंचायत बैरिया पश्चिम टोला निवासी जलेश्वर सिंह उर्फ बलवीर सिंह की हत्या की गई थी। इस वारदात में नामजद हरीश तभी से फरार चल रहा था। हरीश पर घोषित इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपए करने की संस्तुति हाल ही में डीआईजी रेंज आजमगढ़ अखिलेश कुमार ने की थी।

इन घटनाओं को लेकर था बना था चर्चा का विषय

— वर्ष 2004 में बलिया बैंक से सात लाख की लूट और एक हत्या
— वर्ष 2005 में बोकारों में किराए पर गाड़ी लेकर चालक की हत्या
— 16 जून 2014 को सतीश और गिरीश हत्याकांड के गवाह राजीव रोशन की हत्या
— 2014 में सीवान के भाजपा नेता श्रीकांत भारती की हत्या
— 2016 में 10 लाख रुपए लेकर छत्तीसगढ़ के ठेकेदार पप्पू पटेल की हत्या
— 15 अक्टूबर 2018 को बसपा नेता जुरगाम मेहदी के काफिले पर हमला, चालक मरा।

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