यूपी: रामविलास वेदांती ने महंत नरेंद्र गिरि की सुसाइड नोट पर उठाया सवाल, कही ये बड़ी बात
लखनऊ। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की आज देर शाम संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महंत नरेंद्र गिरि का शव बाघम्बरी मठ आश्रम में फांसी के फंदे से लटकता मिला। वहीं उनके कमरे से कई पन्नों का एक सुसाइट नोट मिलने की भी बात कही जा रही है। जिसमें उन्होंने मानिसक प्रताड़ना और अपने शिष्य आनंद गिरी को इसका दोषी बताया है।
वहीं इस मामले में पूर्व सांसद रामविलास वेदांती ने एक हिंदी न्यूज चैनल से बात करते सुसाइट नोट पर सवालिया निशाना लगाते हुए कहा, “वे साधू संतों को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ते रहे। मैं सरकार से मांग करता हूं कि इसकी जांच कराई जाए। सुसाइड नोट उनका लिखा नहीं है ऐसा पूर्ण विश्वास है। वे (नरेंद्र गिरि) खुद फांसी नहीं लगा सकते, ऐसा मेरा विश्वास है। किसी ने षड्यंत्र करके किसी दूसरे को फंसाने का षड्यंत्र किया है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा, किसी ने उनकी हत्या करके उनके शव को ऊपर लटकाया है, ऐसा हमको लगता है। सुसाइड नोट आठ पन्ने का कभी नहीं पढ़ा होगा आपने, मैंने तो कभी सुना ही नहीं। इसका मतलब है कि किसी ने सुसाइड नोट लिखा। मुझे विश्वास है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जी निश्चित ही षड्यंत्रकारी को पकड़ेंगे।”