हमले का जवाब देने के लिये सेना को इजाजत की जरूरत नहीं: राजनाथ

महराजगंज। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा के लिये डटी सेनाये हर आक्रमण का मुंहतोड़ जवाब देने में पूरी तरह सक्षम और तैयार हैं और इसके लिये उन्हे किसी की इजाजत लेने की जरूरत नहीं है। महराजगंज में गोरक्षपीठाधीश्वर ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की भव्य प्रतिमा के अनावरण समारोह को संबोधित करते हुये उन्होने कहा “ भारत कमजोर नहीं दुनिया का ताकतवर देश है। सेना को हमने हिदायत दे रखी है पहला आक्रमण हम नहीं करेंगे। यह हमारे देश का प्राचीन इतिहास रहा है लेकिन किसी ने भी आक्रमण करने की पहल की तो सेना को किसी का इजाजत लेने की जरूरत नहीं है। आक्रमण करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। आज कोई भी हमारी एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं कर सकता है।”

उन्होने कहा “ 1978 में जब मैं गोरखपुर विश्वविद्यालय से एमएससी कर रहा था, तब कश्मीर के अलगाववादियों ने भारत के एक प्लेन की हाईजैकिंग कर ली। मैंने एक छात्र संगठन बनाया था, जनता में रोष था। हमनें महंत अवेद्यनाथ से मिलकर गोरखपुर बंद करवाने के लिए आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ठीक है, लेकिन किसी को दिक्कत या किसी के साथ अशिष्टता नहीं होनी चाहिए। उनके मार्गदर्शन में गोरखपुर पूरी तरह बंद रहा।”

इस मौके पर महंत अवेद्यनाथ के उत्तराधिकारी एवं सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2014 के पूर्व देश की आंतरिक स्थिति बहुत खराब थी। कहीं नक्सलवाद व माओवाद से लोग टत्रस्त थे तो कहीं पूर्वोत्तर का उग्रवाद सिर पर था। कहीं कश्मीर का उग्रवाद देश की एकता और अखंडता को चुनौती देता था। धीरे-धीरे उनके दायरे को सिकुड़ते हुए भारत की आंतरिक स्थिति को सुदृढ करने में सरकार को सफलता मिली।

उन्होंने कहा कि दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ जब यशस्वी नेतृत्व मिलता है तो ऐसे ही होता है। पहले जो आंखें दिखाते थे, घुसपैठ करते थे वह अब पीएम मोदी के नेतृत्व में देश के सीमावर्ती इलाकों में दूर-दूर तक नजर नहीं आते। यह नए भारत की तस्वीर है जो दुनिया के सभी देशों से आंख में आंख मिलाकर बात करता है।

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