ग्लोकल यूनिवर्सिटी में औषधीय उपवन का किया गया विस्तार दुर्लभ प्रजातियों के पौधों का हुआ रोपण : कुलाधिपति हाजी मोहम्मद इकबाल
सहारनपुर (अनीस सिद्दीकी) ग्लोकल विश्वविद्यालय के आयुर्वेदा संकाय के हर्बल गार्डन का विस्तारीकरण किया गया। ग्लोकल हर्बल गार्डन का विस्तार किये जाने के मौके पर विभिन्न प्रजातियों के 500 से अधिक पौधे लगाए गए। प्रधान मंत्री महोदय की हर्बल उत्पादों में विशेष रुचि को देखते हुए विस्तारीकरण के मौके पर ग्लोकल विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हाजी मो. इक़बाल ने आयुर्वेदिक गुणों वाले पौधों का रोपण किया। विस्तारीकरण के दौरान नींबू, तेन्दु, इमली, करंजी, सहजन, अंकोल बेल आदि के पौधे लगाए गए।
यह भी विदित है कि हर्बल गार्डन की स्थापना 2016 में की गई थी जिसमे घृतकुञ्मारी, अशोका, अमला, तुलसी, अमलतास, नीम आदि विभिन्न प्रजातियों के 300 से अधिक औषधियों एवं आयुर्वेदिक गुणों से युक्त पौधों का रोपण किया गया था। ग्लोकल हर्बल गार्डन को गृह नक्षत्र और नवग्रह वाटिका के रूप में बांटा गया है। इस दोनों भागों में लगाये गए पौधों को रोपित करने के पीछे अपना वैज्ञानिक तर्क भी है।
ग्लोकल विश्वविद्यालय के आयुर्वेदा विभाग के द्रव्यज्ञान संकाय के डॉ. परवेश शर्मा तथा यूनानी विभाग के इल्मुलादिव्यां संकाय के डॉ. अब्दुल्लाह की निगरानी में पौधरोपण किया गया। इस मौके पर ग्लोकल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सतीश शर्मा, रजिस्ट्रार श्री निजामुद्दीन,यूनानी विभाग के प्रिंसिपल श्री अतीक उर रहमान, डॉ. मो. शरीफ, और डॉ. कलीम, एग्रीकल्चर विभाग से डॉ. मोईनुद्दीन आदि शामिल रहे।
कुलपति ने यह भी बताया कि ग्लोकल हर्बल गार्डन के परिपक़्व होने के बाद फार्मेसी विभाग, यूनानी विभाग, आयुर्वेदा विभाग और एग्रीकल्चर विभाग मिलकर शोध करेंगे तथा विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियों भी तैयार की जाएँगी। ग्लोकल विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार श्री निजामुद्दीन ने हर्बल गार्डन की देख-रेख और उचित निगरानी का भी आश्वासन दिया।