अपूर्ण है शौचालय,खुले में शौच के लिए ग्रामीण मजबूर
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन के लिए लाखों करोड़ों रुपए का बजट खर्च किया जा रहा है। केंद्र व प्रदेश सरकार स्वच्छ भारत मिशन योजना को हर संभव सफल बनाने के लिए सतत प्रयासरत है। सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ व साफ बनाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत हर घर शौचालय बनवाने की व्यवस्था की गयी परंतु प्रशासन में बैठे अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से सरकार की अति महत्वकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन को शर्मसार किया जा रहा है। मामला हरचंदपुर विकास खंड की ग्राम सभा अजमतउल्लागंज का है, जहां पर अभी तक दर्जनों की संख्या में शौचालय अर्ध निर्मित पड़े हुए हैं जिसकी वजह से गांव के पुरुष व महिलाएं अभी भी खुले में शौच जाने के लिए मजबूर है। गांव के क्षेत्र पंचायत सदस्य मुकेश सिंह ने कहा कि शौचालय के नाम पर जमकर धांधली हुई है सिर्फ कागजों पर ही शौचालय बन गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि जिस ग्राम सभा में नाली की जगह रोड पर पानी बह रहा हो उस गांव के विकास की क्या बात करेंगे। वही ग्रामीणों ने बताया कि गांव में अधिकांश घरों के शौचालय अर्ध निर्मित पड़े हुए हैं सफाई कर्मी कभी सफाई करने आता नहीं है गांव में गलियां तो हैं लेकिन हर गली में कीचड़ भरा दिखाई दे रहा है। गांव वालों ने कहा कि अगर पूर्ण रूप से जांच की जाए तो इस योजना के अलावा अन्य योजनाएं भी सिर्फ कागज पर ही मिलेंगी धरातल पर नहीं। ऐसे में मोदी योगी के स्वच्छता अभियान की खुलेआम धज्जियां उड़ती दिखाई दे रही हैं।