नगर और ग्रामीण क्षेत्रो मे निरंतर जारी रहे दवा छिड़काव : डीएम

चित्रकूट:जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय की अध्यक्षता में रविवार को कोविड-19 की महामारी के प्रभावी नियंत्रण के संबंध में कैंप कार्यालय में बैठक हुई।

जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ विनोद कुमार को निर्देश दिए कि एंटीजन टेस्टिंग को बढ़ाया जाए। हॉटस्पॉट के क्षेत्रों में लगातार सैनिटाइज कराया जाए। जहां पर संक्रमित व्यक्ति पाए जा रहे हैं, उन क्षेत्रों पर स्वास्थ्य टीम जाकर आसपास के लोगों को सर्वे करके स्वास्थ्य परीक्षण कराए। उन्होंने कहा कि डोर टू डोर सर्विलांस का कार्य ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र में निरंतर चलता रहे। नगरीय क्षेत्र में जनसंख्या एवं आवश्यकता अनुसार प्रत्येक वार्ड में पर्याप्त संख्या में टीमों का गठन कर अनिवार्य रूप से शत-प्रतिशत घरों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। डोर टू डोर सर्विलांस का कार्य एवं कंटेनमेंट जोन्स में गहन सर्विलांस का कार्य कराएं। कोविड-19 एवं नान कोविड अस्पतालों की स्थिति में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित रहे। सैंपल लेने एवं सैंपल के सापेक्ष हो रही जांच की समीक्षा, कांट्रैक्ट ट्रेसिंग की स्थिति, एंबुलेंस की उपलब्धता एवं रिस्पांस टाइम कोविड धनात्मक मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने में लगने वाले समय एवं सुविधा की समीक्षा, स्वास्थ्य विभाग से संबंधित कार्यों को मुख्य चिकित्साधिकारी के अधीन अपर मुख्य चिकित्साधिकारियों एवं उप मुख्य चिकित्साधिकारियों के मध्य / कार्यों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के मध्य भी अन्य कार्यों के संबंध में विस्तृत समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी तथा अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए गांव और शहर में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत स्वच्छता को देखते हुए साफ सफाई अच्छी तरह से करा कर दवाओं आदि का छिड़काव कराया जाए। उन्होंने नोडल अधिकारियों से कहा कि अपने गांव का भ्रमण करके स्वच्छता अभियान का फीडबैक लेकर उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी ने उप जिला अधिकारियों तथा अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए की हॉटस्पॉट के क्षेत्रों में होम डिलीवरी के माध्यम से अति आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई निरंतर चलती रहे। कहीं पर किसी भी व्यक्ति को किसी वस्तु की समस्या नहीं होनी चाहिए और लोगों से अपील की जाए कि अपने घरों पर रहे घर से बाहर न निकले, मास्क का प्रयोग करें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा  साबुन से हाथ धोते रहें। उन्होंने कहा कि इस बीमारी का बचाव मात्र सावधानी  ही है।

जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि जो स्वास्थ्य टीमें है, उन्हें सक्रिय करके प्रत्येक घर के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। कोई भी घर छूटने न पाए। कांट्रैक्ट ट्रेसिंग की प्रगति बढ़ाएं तथा समय से डाटा भी फीड कराया जाए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में सर्दी, खांसी, बुखार, जुकाम के जो मरीज पाए जाए तो उनका शत-प्रतिशत सेंपलिंग कराए।

इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ महेंद्र कुमार, अपर जिलाधिकारी  जी पी सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश स्वरूप पांडेय, उपजिलाधिकारी सदर अश्विनी कुमार पांडेय,  मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ विनोद कुमार आदि मौजूद रहे ।

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