यूपी में अब महिला पुलिस कर्मियों के पास होगा एसिड प्रूफ बॉडी प्रोटेक्टर

कानपुर। कानून व्यवस्था खराब होने की स्थिति में अब कहीं भी महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती होगी तो वे बिना डरे हर हालात से लड़ सकेंगी। प्रज्ज्वला इनकी सुरक्षा करेगी। यह महिला पुलिस जवानों की तरफ आने वाले हमलों को नाकाम कर देगी। दरअसल, प्रज्ज्वला एक बाडी प्रोटेक्टर (सुरक्षा कवच) है, जिसे विशेष तौर पर महिला पुलिसकर्मियों के लिए डिजायन किया गया है। अभी तक इस तरह का बाडी प्रोटेक्टर सीआरपीएफ की महिला जवानों के लिए बनाया गया था। बिकरू कांड से सबक लेते हुए अब उत्तर प्रदेश की महिला पुलिसकर्मी इसका पहली बार इस्तेमाल करेंगी। पहले चरण में तीन हजार बाडी प्रोटेक्टर की मांग भेजी गई है। मार्च तक इस आर्डर को पूरा किया जाना है।अभी तक महिला और पुरुष पुलिसकर्मी एक ही बाडी प्रोटेक्टर का इस्तेमाल कर रहे थे। इसमेेंं कुल 26 पार्ट होते हैं। अब महिलाओं के लिए शारीरिक बनावट के हिसाब से अलग बाडी प्रोटेक्टर डिजाइन किया गया है। महिला पुलिस कर्मियों के लिए होने के चलते इसका नाम प्रज्ज्वला रखा गया है। पैर के पंजे से सिर तक मिलेगी सुरक्षा : पुराने कामन बाडी प्रोटेक्टर को सिर्फ फाइबर शीट और फोम पर खाकी कपड़ा लगाकर तैयार किया गया था। वहीं, प्रज्ज्वला को खास फाइबर मोल्डिंग शीट और रेशों से तैयार किया गया है। इसका रंग गहरा नीला होगा। क्रिकेट किट की तरह इसमें करीब 20 पार्ट होंगे। यह पैर के पंजे से लेकर गर्दन तक शरीर को आगे और पीछे से सुरक्षित करेंगे। सिर को सुरक्षित करने के लिए हेलमेट अलग से पहनना होगा। फाइबर के रेशे और मोल्डिंग शीट डंडे, राड, ईंट-पत्थर आदि के प्रहार से शरीर को सुरक्षित रखेगी।वाटर और एसिड प्रूफ है कवच : महिलाओं के लिए बनाए गए विशेष सुरक्षा कवच में अंदर की ओर पसीना सोखने और हवा जाने के लिए आंतरिक सतह पर जालीदार कपड़े का इस्तेमाल किया गया है। यह वाटर और एसिड प्रूफ है। बुलेट प्रूफ बाडी प्रोटेक्टर बनाने पर काम चल रहा है।महज पांच किलो वजन का है प्रज्ज्वला : जानकारों ने बताया कि पुरुषों के बाडी प्रोटेक्टर में अधिक पीस होने की वजह से इसका वजन छह किलो तक है। वहीं, महिला पुलिसकर्मियों के लिए तैयार यह सुरक्षा कवच करीब पांच किलो का है। इससे यह एक से दूसरे स्थान पर लाने-ले जाने में भी आसान है।

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