डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए ज़रूरी हो जाते हैं ये 6 पोषक तत्व

नई दिल्ली । इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, भारत में रहने वाले 12 वयस्कों में से एक या 7.4 करोड़ से ज़्यादा लोग डायबिटीज़ से पीड़ित हैं। डायबिटीज़ स्वास्थ्य से जुड़ा एक बड़ा चिंता का विषय है, लेकिन ज्यादार लोगों को यह एहसास नहीं है कि यह सिर्फ हमारे चयापचय स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित करता है। जब किसी को मधुमेह होता है, तो वे रक्त शर्करा को नियंत्रित करने की क्षमता खो देते हैं। इसकी दो वजह हो सकती हैं- पहली क्योंकि उनका शरीर इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता, जिसे टाइप-1 डायबिटीज़ कहा जाता है और दूसरा कि वे उच्च रक्त शर्करा के स्तर से इंसुलिन के लिए प्रतिरोधी बन गए हैं, जिसे टाइप-2 डायबिटीज़ कहते हैं। वजह जो भी हो, डायबिटीज़ से पीड़ित लोगों में रक्त शर्करा का स्तर लगातार उच्च रहने का जोखिम रहता है। जिसका असर शरीर के सभी हिस्सों पर पड़ता है, जिसमें आंखें भी शामिल हैं।
आंखों के स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी पोषक तत्व
ब्लड शुगर स्तर को संतुलित रखने के साथ शोधकर्ताओं की सलाह है कि जिन लोगों को डायबिचीज़ है उन्हें आंखो को स्वस्थ रखने और बीमारियों को दूर रखने के लिए डाइट में इन पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए।

  1. बीटा कैरोटीन
    बीटा कैरोटीन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है, जो आंखों के अंदर ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो ऑक्सीडेटिव तनाव रेटिना को नुकसान पहुंचा सकता है और आंखों की रोशनी को कमज़ोर कर सकता है। बीटा कैरोटीन आमतौर पर संतरे, गाजर, शकरकंद, विंटर स्क्वैश, केंटालूप और खुबानी में पाया जाता है।
  2. ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन
    बीटा कैरोटीन की तरह, ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन भी नारंगी रंगद्रव्य हैं, जो आंखों में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हैं और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं। ल्यूटिन और ज़ेक्सैन्थिन से भरपूर आहार ग्लोकोमा जैसी बीमारी के जोखिम को कम कर सकता है। यह दोनों एंटीऑक्सीडेंट्स अंडे की ज़र्दी, हरी पत्तेदार सब्ज़ियों, मकई और ईंकोर्न में पाया जाता है।

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