पांच सालों में आर्य नगर विधान सभा क्षेत्र की सूरत बदल देंगे – अमिताभ बाजपेयी

नवनिर्वाचित सपा विधायक से खास बातचीत

कानपुर। आर्यनगर विधान सभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के टिकट पर दुबारा जीत दर्ज करने वाले नवनिर्वाचित विधायक अमिताभ बाजपेयी ने अगले पांच साल की योजनाओं के बारे में अपने विचारों को साझा किया। एक खास बातचीत में एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में श्री बाजपेयी ने बताया कि धनकुट्टी अस्पताल और महोत्सव पंडाल उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है, पहले साल में इन दोनांे प्रोजेक्ट पर काम शुरु कराने प्रयास किये जायेंगे। अगले पांच सालों में आर्य नगर विधान सभा क्षेत्र की सूरत बदल जायेगी। श्री बाजपेयी के साथ बातचीत का सिलसिला उन्हें दुबारा मिली सफलता को लेकर शुरु हुआ। बड़े ही भावुक स्वरों में उन्होंने कहा ‘‘जनता ने दुबारा चुना है मुझे, लोगांे ने मुझ पर और समाजवादी पार्टी पर विश्वास जताया है। मैं उनकी उम्मीदों पर हमेशा तरह ही पूरी तरह से खरा उतरने के लिये कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। जीत का श्रेय टीम की मेहनत, जनता का भरोसा, माता-पिता का आर्शीवाद और ईश्वरीय कृपा को है।अगले पांच साल की विकास योजनाओं का खाका क्या है? तपाक से विधायक अमिताभ बाजपेयी कहते हैं कि पिछले पांच साल में आर्यनगर विधानसभा क्षेत्र में अनेक विकास कार्य हुये और अगले पांच साल में अनेक महत्वपूर्ण विकास कार्य देखने को मिलेंगे। महानगर के प्रमुख बाजार शिवाला और कलक्टरगंज की सूरत बदली जायेगी। शिवाला बाजार में मल्टीलेबल पार्किंग और कलक्टरगंज को विकसित किया जायेगा। आर्यनगर विधानसभा क्षेत्र में कई स्थानों पर पेयजल और सीवर की समस्या है, इसे इसी साल दूर किया जायेगा। क्षेत्र में पेयजल की समस्या नहीं रहेगी। विधायक निधि के माध्यम से सरकारी स्कूल, अखाड़े और पार्कों का विकास कराया जायेगा। साथ ही स्वास्थ्य सुविधायें भी विकसित होंगी। उन्होंने कहा कि डफरित अस्पताल में एनआईसीयू का निर्माण कराया जा चुका है। इसी साल एनआईसीयू के शेष कार्य भी पूरे हो जायेंगे।
श्री बाजपेयी ने बताया कि धनकुट्टी अस्पताल और महोत्सव पंडाल प्रोजेक्ट पर काम शुरु कराने के हर संभव प्रयास होंगे। उन्होंने उक्त दोनों परियोजनाओं को अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बताते हुये कहा कि कंेंद्र और राज्य में उनकी सरकार नहीं हैं लेकिन फिर भी इन दोनों परियोजनाओं को अमल में लाने के लिये हर स्तर पर प्रयास होंगे और अगर इसके लिये आंदोलन भी करना पड़े तो वह भी किया जायेगा। स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं पर श्री बाजपेयी ने असंतुष्टि जाहिर करते हुये कहा कि स्मार्ट सिटी का बजट तीन हजार करोड़ का है। महानगर के लिये अच्छी परियोजनायंे लानी होंगी और परियोजनाओं को अमल में लाने से पहले जनप्रतिनिधियों की सलाह ली जानी चाहिये।
छात्र जीवन से शुरु की थी राजनीति
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और आर्यनगर विधान सभा क्षेत्र से पुनः विधायक बने अमिताभ बाजपेयी ने छात्र जीवन से राजनीति में कदम रखा था। उन्होंने 1992 में पीपीएन कॉलेज में छात्र संघ का चुनाव महामंत्री पद पर लड़ा लेकिन सफलता नहीं मिली। 1993 में वह पीपीएन कॉलेज में छात्र संघ लड़े और अध्यक्ष पद पर जीते। यहां से उनकी राजनीति को पंख लग गये। बुंदेलखण्ड यूनिवर्सिटी, झांसी से एमबीए अमिताभ बाजपेयी 1997 मंे वह समाजपादी पार्टी में शामिल हुये और 2003 में लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव बनाये गये। इसके बाद 2007 मंे चौबेपुर से विधान सभा चुनाव भी लडे। 2011 में मुलायम सिंह यूथ बिग्रेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर सुशोभित हुये। 2017 में विधान सभा चुनाव में आर्यनगर क्षेत्र से दिग्गत भाजपा नेता व मौजूदा विधायक सलील विश्नोई को हराकर इस सीट पर अपना नाम दर्ज कराया, फिर पिछले विधान सभा चुनाव में एक बार फिर से विधायक होने का श्रेय प्राप्त किया।  

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