Kisan Andolan: किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने बनाई अस्थायी दीवारें, लगाई लोहे की छड़ें
नई दिल्ली। दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन स्थलों को सोमवार को किले में तब्दील कर दिया गया। पुलिस ने वहां सुरक्षा कड़ी कर दी और बैरीकेड की संख्या बढ़ा दी। नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों की आवाजाही को और सीमित करने के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया है। पुलिसकर्मियों की देखरेख में मजदूरों को सिंघू बॉर्डर पर मेन हाइवे के पास सीमेंट के दो बैरियर के बीच आयरन रॉड लगाते हुए देखा गया।
दिल्ली-हरियाणा सीमा पर राजमार्ग के एक अन्य हिस्से को जाम कर दिया गया है और वहां सीमेंट की अस्थायी दीवार खड़ी कर दी गई है। दिल्ली-उत्तरप्रदेश की बॉर्डर पर गाजीपुर में वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए कई स्तरीय बैरीकेड लगाए गए हैं। लोगों को पैदल चलने से रोकने के लिए कंटीले तार भी लगाए गए हैं।
यूपी गेट पर बढ़ रही प्रदर्शकारियों की संख्या– भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों और इसके नेता राकेश टिकैत के गाजीपुर यूपी गेट पर जमे रहने के बीच प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रदर्शनकारी नवंबर से ही दिल्ली-मेरठ हाइवे के एक हिस्से पर काबिज हैं। प्रोविंशियल आर्म्ड कांस्टेबुलरी (पीएसी) और त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) सहित सैकड़ों सुरक्षाकर्मी वहां तैनात हैं।
दो ठोस बैरियर के बीच रॉड लगाया- स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है और वाहनों की जांच की जा रही है क्योंकि उत्तरप्रदेश, हरियाणा और राजस्थान से बीकेयू के समर्थन में काफी संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं। हरियाणा सीमा पर सिंघू के पास एक मजदूर दो ठोस बैरियर के बीच रॉड लगा रहा था। उसने बताया कि दूसरी तरफ कल ही रॉड लगाया गया।
दिल्ली हिंसा के बाद उठाया कदम- अस्थायी दीवार बनाने के लिए दो बैरियर के बीच के स्थान पर सीमेंट डाला जाएगा। 26 जनवरी को किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प के बाद यह कदम उठाया जा रहा है।