हिंदी पत्रकारिता दिवस 2024: हिंदी पत्रकारिता का स्वरूप जरूर बदला, लेकिन मिशन वही….

हिंदी पत्रकारिता दिवस 2024: आज 30 मई है यानी गुरुवार को हिंदी पत्रकारिता दिवस है। हर वर्ष हिन्दी पत्रकारिता दिवस इसी दिन मनाया जाता है। हिंदी के प्रचार-प्रसार में पत्रकारिता का भी अहम योगदान रहा है। हिंदी भाषा में “उदन्त मार्तण्ड” के नाम से पहला समाचार पत्र 30 मई 1826 को प्रकाशित हुआ था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कमलकारों को शुभकामनाएं दी है।

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट करते हुए लिखा हिंदी पत्रकारिता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं! वर्ष 1826 में आज ही के दिन हिंदी के प्रथम समाचार पत्र “उदन्त मार्तण्ड” का प्रकाशन शुरू हुआ था। अपनी लेखनी एवं प्रखर विचारों से हिन्दी पत्रकारिता को समृद्ध बनाने वाले पत्रकारिता जगत की विभूतियों को नमन करता हूँ।

198 साल बाद भले ही पत्रकारिता का स्वरूप बदल गया है लेकिन मिशन आज भी वही है। उदन्त मार्तण्ड का शाब्दिक अर्थ है ‘समाचार-सूर्य‘। अपने नाम के अनुरूप ही उदन्त मार्तण्ड हिंदी की समाचार दुनिया के सूर्य के समान ही था। पिछले एक दशक से पत्रकारिता का स्वरूप पूरी तरह से बदल चुका है। ‌आज भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में पत्रकारिता डिजिटल के रूप में समाहित हो गई है। यानी यह पत्रकारिता पूरी तरह से ‘फटाफट’ हो गई है। संसार के किसी कोने में घटित कोई घटना चंद मिनटों में हमारे पास पहुंच जाती है। अब यह तेज गति वाली पत्रकारिता बन गई है, Online Journalism, Web आधारित है। मौजूदा समय में सूचना का आदान-प्रदान बहुत फास्ट होने लगा है।

Digital Journalism में सभी प्रकार की न्यूज, फीचर एवं रिपोर्ट संपादकीय सामग्री आदि को इंटरनेट के जरिए वितरित किया जाता है। इसमें सामग्री को ऑडियो और वीडियो के रूप में भी प्रसारित किया जाता है। इसमें सामग्री को नवीन नेटवर्किंग तकनीकी के सहयोग से प्रसारित करते हैं।

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वर्तमान समय में पत्रकारिता का स्वरूप बदला, काम करने का अंदाज बदला, कलेवर बदला, लेकिन इसकी ‘विश्वसनीयता’ आज भी देश और दुनिया में कायम है। हालाँकि कुछ चाटुकार पत्रकारों की वजह से पत्रकारिता के प्रति लोगों का विश्वास कुछ कम भी हुआ है। प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया के के साथ सोशल मीडिया भी पत्रिकारिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आज बड़े मीडिया संस्थानों के साथ न्यूज पोर्टल भी पत्रकारिता के मिशन को आगे बढ़ाने में हर मोर्चे पर डटे हुए हैं’। हिंदी पत्रकारिता ने एक लंबा सफर तय किया है।

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