किसान मोर्चा केएमपी एक्सप्रेस-वे करेंगे जाम, चुनावी राज्यों को लेकर तैयार की यह रणनीति
नई दिल्ली। पश्चिम बंलाच और असम समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद सियासी गतिविधियां तेज हो गई है। ऐसे में संयुक्त किसान मोर्च भी कृषि कानून के खिलाफ अपना आंदोलन तेज करने जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्च के नेता ने कहा, ”किसान मोर्चा की ओर से चुनावी राज्यों में टीम भेजी जाएगी। टीम के सदस्य वहां पहुंचकर किसी पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे लेकिन लोगों को यह समझाएंगे कि आप उसी उम्मीदवार को वोट दें जो बीजेपी को हरा सके। टीम के सदस्य लोगों को यह समझाएंगे कि किसानों के प्रति मोदी सरकार का क्या रुख हैं।”
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान छह मार्च को सुबह 11 बजे से केएमपी एक्सप्रेसवे को पांच घंटे के लिए बाधित करेंगे। किसान सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक केएमपी एक्सप्रेसवे पर अलग-अलग जगहों पर सड़क बंद करेंगे।
वहीं किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि 10 ट्रेड संगठनों के साथ हमारी बैठक हुई है। सरकार सार्वजनिक क्षेत्रों का जो निजीकरण कर रही है उसके विरोध में 15 मार्च को पूरे देश के मज़दूर और कर्मचारी सड़क पर उतरेंगे और रेलवे स्टेशनों के बाहर जाकर धरना प्रदर्शन करेंगे।
बता दें कि किसान मोर्चा की ओर से 12 मार्च को कोलकाता में किसानों की ओर से एक रैली को संबोधित किया जाएगा और इसके बाद किसान नेता सभी विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के खिलाफ किसानों की चिट्ठी लेकर जाएंगे और उनसे मुलाकात करेंगे।