West Bengal- देउचा-पचामी परियोजना को जल्द पूरा करने के लिए मुख्य सचिव ने की बैठक
West Bengal-गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नवान्न सभागृह की बैठक में विधान पार्षदों, मंत्रियों और नौकरशाहों को कड़ा संदेश दिया था। इस दौरान देउचा पचामी परियोजना को लेकर मुख्यमंत्री ने गुस्सा भी जताया था। अगले ही दिन यानी शुक्रवार को राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत, राज्य पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार बीरभूम पहुंचे। बोलपुर पहुंचने पर मुख्य सचिव ने कहा कि वे मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट देउचा पचामी परियोजना को जल्द लागू करने का उद्देश्य लेकर वहां पहुंचे हैं।
दरअसल दो जनवरी को नबान्न में एक प्रशासनिक बैठक में मुख्यमंत्री ने देउचा-पचामी परियोजना में सुस्ती और भूमि अधिग्रहण में अनियमितताओं के लिए जिला प्रशासक बिधान रॉय को फटकार लगाई। उन्होंने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि जमीन अधिग्रहण ठीक से नहीं हुआ और प्रोजेक्ट का काम काफी हद तक रुका हुआ है।
इसके बाद मुख्य सचिव, राज्य पुलिस महानिदेशक सहित उच्च स्तरीय प्रशासनिक अधिकारियों ने बीरभूम जिले का दौरा किया और भूमि अधिग्रहण के कार्य को पूरा करने के लिए मोहम्मदबाजार में बैठक की। इस बैठक में राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत, राज्य पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार, पीडीसीएल सचिव पीबी सलीम, जिलाधिकारी बिधान रॉय, एडीजी (पश्चिमी) अशोक प्रसाद, डीआइजी (बर्दवान रेंज) श्याम सिंह, जिला पुलिस अधीक्षक राजनारायण मुखोपाध्याय, पंचायत समिति कार्यालय एवं बीरभूम जिला परिषद अध्यक्ष काजल शेख एवं अन्य प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि कई लोग अभी भी दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी ओपन-पिट कोयला खनन परियोजना, देउचा-पचामी के लिए जमीन देने से इनकार कर रहे हैं। आरोप लगाया कि जहां जमीन का अधिग्रहण किया गया है, वहां भी जमीन की सही कीमत और नौकरी का वादा पूरा नहीं किया गया है। इस मुद्दे पर कई आदिवासी संगठन अपना आंदोलन जारी रखे हुए हैं। बैठक से पहले मुख्य सचिव मनोज पंत ने कहा, ”हम एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे और स्थानीय आदिवासी लोगों से बात करेंगे। यह दौरा मुख्यमंत्री के निर्देश पर है।