उत्तर प्रदेश: एटा में चूहें चट गए 35 लाख रुपये की शराब! जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
एटा। उत्तर प्रदेश के एटा जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। दरसअल जिले के देहात कोतवाली पुलिस स्टेशन के स्ट्रांगरूम से शराब की 1400 से ज्यादा पेटियां गायब पाई गई हैं। जिनकी कीमत करीब 35 लाख रुपये आकी गई है। स्ट्राग रुम में तैनात पुलिस अधिकारियों ने दावा किया है कि शराब की इन पेटियों को चूहों ने नष्ट कर दिया है। पुलिस स्टेशन के रिकॉर्ड से मिली जानकारी के मुताबिक चूहों ने अवैध शराब की प्लास्टिक की बोतलों को चबा डाला, कांच की बोतलों को तोड़ डाला और जिन पेटियों में शराब रखी थी उन्हें भी नष्ट कर दिया है।
पुलिस ने गेंगस्टर को बेची शराब
आगरा जोन के एडीजी राजीव कृष्णन ने अलीगढ़ के आईपीएस अधिकारी विकास सिंह को इस पूरे घटना क्रम की जांच का जिम्मा सौंपा। शुरुआती जांच में पता चला है कि पुलिस ने इस जब्त की गई शराब को गेंगस्टर बंटू यादव को बेचा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया, ‘शुरुआती जांच के बाद पता चला है कि जब्त की गई अवैध शराब को पुलिस ने स्थानीय गेंगस्टर बंटू यादव को बेचा है। उसे शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस पूरे मामले की गहन छानबीन कर रही है।’
बता दें कि बंटू यादव को कोतवाली देहात पुलिस स्टेशन में ही उसके खिलाफ दर्ज एक फेक एंकाउंटर के मामलें में बीते शुक्रवार को आरेस्ट किया गया है। इस मामले में इसी थाने के एसएचओ इंद्रेशपाल सिंह भी मुख्य आरोपी है जो कि फिलहाल फरार चल रहा है।
12 मार्च को सामने आया था मामला
एटा की जिलाधिकारी विभा चहल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने 12 मार्च को कोतवाली देहात पुलिस स्टेशन के स्ट्रांगरूम का अचानक निरीक्षण किया था। इस दौरान अवैध शराब की जब्त 1459 पेटियां गायब मिली थी। इस मामले में बार-बार समन भेजने के बावजूद एसएचओ इंद्रेशपाल सिंह और हेड क्लर्क रसाल सिंह अपनी सफाई देने के लिए उपस्थित नहीं हुए।
जिलाधिकारी विभा चहल ने इस मामले में एसएचओ और हेड क्लर्क के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे। जिसके बाद दोनों को ही सस्पेंड कर दिया गया था। दोनों पर आईपीसी की धारा 409 (सरकारी कर्मचारी द्वारा विश्वास तोड़ने का अपराध) और भ्रष्टाचार निरोधक कानून एवं यूपी आबकारी कानून के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।