नारद मामले में नया मोड़, अब बंगाल हाई कोर्ट ने मंत्रियों-विधायकों को दी गयी जमानत पर लगाई रोक

कोलकाता। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने नारद मामले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी चार नेताओं – पश्चिम बंगाल सरकार के तत्कालीन मंत्रियों की जमानत पर रोक लगा दी। अगली सुनवाई बुधवार 19 मई को होगी। नारद मामले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी चार नेताओं – पश्चिम बंगाल सरकार के तत्कालीन मंत्रियों – को अदालत ने जमानत दे दी थी। इससे पहले, राज्य के दो मंत्रियों, एक विधायक व एक पूर्व मंत्री की गिरफ्तारी के विरोध में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ता पूर्ण लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सड़क पर उतर आए हैं और कोलकाता सहित पूरे राज्य भर में सुबह से ही जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

वहीं, कोलकाता में निजाम पैलेस यानी सीबीआइ दफ्तर के बाहर तृणमूल कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा व बवाल किया है। सबसे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सुबह करीब 10:48 बजे निजाम पैलेस में सीबीआइ के दफ्तर पहुंचीं और गिरफ्तारी का विरोध किया। साथ ही चेतावनी दी कि सीबीआइ को उन्हें भी गिरफ्तार करना होगा। देखते ही देखते सीबीआइ दफ्तर के बाहर टीएमसी कार्यकर्ताओं का हुजूम लगना शुरू हो गया। पहले यहां सीबीआइ के एक्शन के खिलाफ नारेबाजी हुई और कुछ ही देर में हालात इस कदर बेकाबू हो गए कि यहां पर पत्थरबाजी शुरू हो गई। इस दौरान केंद्रीय सुरक्षाबलों पर पत्थर, बोतल और अन्य सामान फेंके गए। तृणमूल कार्यकर्ता ने निजाम पैलेस के मुख्य द्वार पर सुरक्षाबलों द्वारा लगाए गए बैरिकेड को भी तोड़ दिया।

हालात पर काबू करने के लिए सुरक्षाबलों ने हल्का लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज के बाद स्थिति को नियंत्रित किया गया। कोलकाता पुलिस ने यहां अलग से भी एक बैरिकेड लगा दिया है, ताकि समर्थक अंदर नहीं जा सके। अभी भी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई पत्थरबाजी के बाद बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि सीबीआइ दफ्तर के बाहर पत्थरबाजी की जा रही है, लेकिन कोलकाता पुलिस, बंगाल पुलिस मूकदर्शक बनी हुई हैं।

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