DM से बात करते हुए फिसली प्रधानमंत्री मोदी की जुबान, तो पूर्व IAS ने यूं कसा तंज

नई दिल्ली। कोरोना वायरस का कहर देशभर में कम होने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने बीते मंगलवार को उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों और जिलों के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट से बात की थी, जहां कोरोना के दूसरी लहर का काफी प्रभाव पड़ा है। उन्होंने मुख्यमंत्रियों और डीएम से जिलों व राज्यों को कोरोना से बचाने की बात की।

लेकिन मीटिंग के दौरान ही पीएम नरेंद्र मोदी की जुबान फिसल गई और उन्होंने कह दिया कि तेजी से पॉजिटिव केसों की संख्या बढ़ें। पीएम मोदी से जुड़ा यह वीडियो भी खूब सुर्खियां बटोर रहा है और उनके वीडियो को लेकर पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने भी ट्वीट किया है।

पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी का वीडियो अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया और उनपर तंज कसते हुए कहा कि जुबान फिसलने का मामला भी हो सकता है। बता दें कि इस मीटिंग के दौरान पीएम मोदी के साथ-साथ गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे।

पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह के इस ट्वीट पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा, “इस संकट की घड़ी में हर तरफ पॉजिटिविटी ढूंढने वाले प्रधानमंत्री जी कोरोना केसों की पॉजिटिविटी में भी वृद्धि चाहते हैं।” वहीं, एक यूजर ने ट्वीट का जवाब देते हुए हुए लिखा, “जुबां नहीं फिसली सर, मन की बात बोल दी।” अमन नाम के एक यूजर ने लिखा, “अगर ऐसे राहुल गांधी की जुबान फिसल जाती तो अब तक भक्त इसपर सैकड़ों तंज कसते, खासकर संबित पात्रा।”

बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने मीटिंग के दौरान डिस्ट्रिक्स मजिस्ट्रेट को ‘फील्ड कमांडर’ कहकर बुलाया। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में आप सभी की अहम भूमिका है। आप इस लड़ाई में फील्ड कमांडर की भूमिका अदा कर रहे हैं, जो कि योजनाओं को भी आकार देते हैं और स्थिति के मुताबिक निर्णय लेते हैं।

इससे इतर पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने कोरोना संकट और इस दौरान सरकार की लापरवाही को लेकर भी खूब ट्वीट किये। उन्होंने गंगा नदी के किनारे दफनाए गए शवों को लेकर ट्वीट किया और कहा, “जीवनदायिनी’ मां गंगा को ‘शववाहिनी’ बनाने वालों को ईश्वर भी माफ नहीं करेगा।” इसे इतर अपने एक ट्वीट में सूर्य प्रताप सिंह ने पीएम मोदी पर टूलकिट को लेकर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, “जब जब मोदी डरते हैं, टूलकिट-टूलकिट करते हैं।”

Related Articles

Back to top button