स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, शौचालय की टंकी में मिली लाखों की दवाइयां, DM ने दिया जांच का आदेश

मोतिहारी। बिहार स्वास्थ्य विभाग अपने अटपटे कारनामों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहता है. ताजा मामला सूबे के पूर्वी चंपारण जिले के तुरकौलिया पीएचसी से जुड़ा हुआ है. पीएचसी के पुराने शौचालय की टंकी में लाखों रुपये की जीवनरक्षक दवाइयां फेंकी हुई बरामद की गईं हैं. इन दवाइयों में महंगे टैबलेट और सीरफ शामिल हैं. दवाइयों के शौचालय की टंकी में फेंके होने का वीडियो वायरल होने के बाद हड़कम मच गया है.

डीएम ने जांच का दिया आदेश
वरीय पदाधिकारियों के पास वीडियो पहुंचने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया. इस पूरे मामले में डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने सीएस को जांच कर जल्द रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है. इस संबंध में उन्होंने बताया कि पीएचसी के शौचालय की टंकी में दवाइयों के फेंके जाने का वीडियो प्राप्त हुआ है, जिसमें कई दवाइयां फेंकी हुई दिख रही हैं.

उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन और डीपीएम को जानकारी दे दी गई है और जांच कमिटी गठित करने के लिए कहा गया है. डीएम ने बताया कि किस परिस्थिति में दवाइयां फेंकी गई हैं, इसकी जांच की जा रही है. अगर दवाइयां सही हैं तो क्यों फेंकी गई और अगर एक्सपायर हैं तो उसे ठीक ढंग से नष्ट क्यों नहीं किया गया, इन सारे बिंदुओं पर जांच करने के लिए कहा गया है.

104 तरह की दवाइयां मिलती हैं मुफ्त
मालूम हो कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए आए मरीजों को 104 तरह की दवाइयां मुफ्त में दी जाती हैं. लेकिन मरीजों को दी जाने वाली दवाइयों को अस्पताल कर्मियों ने पीएचसी के शौचालय की टंकी में फेंक दिया है. लोगों की मानें तो फेंकी गई अधिकांश दवाइयां एक्सपायर हो चुकी हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर मरीजों को मुफ्त में दी जाने वाली दवाइयां एक्सपायर कैसे हो गईं? क्या जरूरतमंदों के बीच उनका वितरण नहीं किया गया? फिलहाल मामले की जांच चल रही है. जांच के बाद ही पूरा मामला स्पष्ट हो पाएगा.

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