कोरोना अपडेट: बीते 24 घंटे में 43 हजार नए केस आए सामने, करीब एक हजार की मौत
नई दिल्ली। भारत में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार घट रहे हैं. 27 जून से लगातार 50 हजार से कम नए कोरोना केस दर्ज किए जा रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 43,071 नए कोरोना केस आए और 955 संक्रमितों की जान चली गई है. इससे पहले शुक्रवार को 44,111 नए केस दर्ज किए गए थे. वहीं पिछले 24 घंटे में 52,299 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि कल 10,183 एक्टिव केस कम हो गए.
कोरोना संक्रमण की ताजा स्थिति-
कुल कोरोना केस- तीन करोड़ 5 लाख 45 हजार 433
कुल डिस्चार्ज- दो करोड़ 96 लाख 58 हजार 78
कुल एक्टिव केस- 4 लाख 85 हजार 350
कुल मौत- 4 लाख 2 हजार 5
देश में लगातार 52वें दिन कोरोना संक्रमण के नए मामलों से ज्यादा रिकवरी हुई हैं. 3 जुलाई तक देशभर में 35 करोड़ 12 लाख कोरोना वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं. बीते दिन 67 लाख 87 हजार टीके लगाए गए. वहीं अबतक करीब 42 करोड़ कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं. बीते दिन करीब 18 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए, जिसका पॉजिटिविटी रेट 3 फीसदी से कम है.
देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.31 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट 97 फीसदी से ज्यादा है. एक्टिव केस 2 फीसदी से कम हैं. कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का तीसरा स्थान है. कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है. जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है.
तीसरी लहर में दूसरी लहर की तुलना में आधे मामले आने का अनुमान
कोविड महामारी मॉडलिंग से संबंधित एक सरकारी समिति के एक वैज्ञानिक ने कहा है कि अगर कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन नहीं किया जाता है, तो कोरोना वायरस की तीसरी लहर अक्टूबर-नवंबर के बीच चरम पर पहुंच सकती है. लेकिन दूसरी लहर के दौरान दर्ज किए गए दैनिक मामलों के आधे मामले देखने को मिल सकते हैं. ‘सूत्र मॉडल’ या कोविड-19 के गणितीय अनुमान पर काम कर रहे मनिंद्र अग्रवाल ने यह भी कहा कि यदि वायरस का कोई नया स्वरूप उत्पन्न होता है तो तीसरी लहर तेजी से फैल सकती है.
अग्रवाल ने कहा, “यदि कोई नया म्यूटेंट आता है, तो तीसरी लहर तेजी से फैल सकती है, लेकिन यह दूसरी लहर की तुलना में आधी होगी. डेल्टा वेरिएंट उन लोगों को संक्रमित कर रहा है जो एक अलग प्रकार के स्वरूप से संक्रमित थे. इसलिए इसे ध्यान में रखा गया है.” उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे टीकाकरण अभियान आगे बढ़ेगा, तीसरी या चौथी लहर की आशंका कम होगी.