सांसद संजय सिंह के घर पर पोती गई कालिख, AAP नेता ने कहा- मेरी हत्या कर दो, लेकिन मंदिर का चंदा चोरी नहीं करने दूंगा

नई दिल्ली। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर जमीन घोटाले का आरोप लगाने वाले आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह के घर पर हमला हुआ है. यहां अज्ञात लोगों ने उनके घर पर कालिख पोत दी है. इस घटना के बाद संजय सिंह ने ट्वीट करके बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि चाहे मेरी हत्या भी हो जाए, लेकिन मैं मंदिर का चंदा चोरी नहीं करने दूंगा.

चाहे मेरी हत्या करवा दो, लेकिन चंदा चोरी करोगे तो हजार बार बोलूंगा
संजय सिंह ने एक वीडियो रीट्वीट करके कहा, ”मैं इस वक्त दिल्ली में अपने आवास पर हूं और मेरा आवास राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के भवन से महज 100 मीटर की दूरी पर है. अभी मेरे घर पर हमला हुआ है. मैं बहुत साफ शब्दों में बीजेपी और उनके गुंडों से कहना चाहता हूं कि आप जितने चाहे हमले करवा लो और चाहे मेरी हत्या करवा दो, लेकिन भगवान श्रीराम के नाम पर बनने वाले मंदिर में अगर चंदा चोरी करोगे तो एक नहीं बल्कि एक हजार बार बोलूंगा.” उन्होंने कहा, ”ये 115 करोड़ हिंदुओं का अपमान है, ये उन करोड़ों रामभक्तों का अपमान है, जिन्होंने अपना पेट काटकर मंदिर के लिए चंदा दिया है. अगर उस चंदे में चोरी हो रही है तो बार-बार सवाल उठाउंगा. चंदा चोरों को जेल में डालना चाहिए.”

संजय सिंह ने ट्रस्ट पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
दरअसल संजय सिंह ने रविवार को लखनऊ में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय पर जमीन घोटाले के आरोप लगाए थे. संजय सिंह ने दावा किया है कि चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपए कीमत की जमीन 18 करोड़ रुपए में खरीदी. उन्होंने कहा कि यह सीधे-सीधे मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है, इसलिए इसकी जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से कराई जाए.

संजय सिंह के आरोपों पर चंपत राय ने क्या कहा?
अपने ऊपर लगे आरोरों पर चंपत राय ने कहा है कि आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है. आरोप लगाने वालों ने पहले ट्रस्ट के पदाधिकारियों से तथ्यों की जानकारी नहीं ली. सभी लेनदेन बैंक टू बैंक हुए हैं और टैक्स में कोई चोरी नहीं की गई है. चंपत राय ने कहा, ”जितना क्षेत्रफल है, उसकी तुलना में इस भूमि का मूल्य 1423 रुपये प्रति वर्ग फीट है जो बाजार मूल्य से बहुत कम है. मालिकाना हक का निर्णय करना बहुत जरूरी था, जो कराया गया. हमने जमीन का एग्रीमेंट करा लिया. अभी रजिस्ट्री कराई जानी बाकी है. भ्रमित न हों और मंदिर समय सीमा में पूरा करने में सहयोग करें.”

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