धार जिले की भाजपा में नहीं थम रही बग़ावत, अब राज्यमंत्री राजेश अग्रवाल ने की निर्दलीय लडऩे की घोषणा

धार विधानसभा में नीना वर्मा के खिलाफ हैं नेता तो वहीं अब बदनावर में मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव को भी करना पड़ रहा है विरोध का सामना

नागरिक आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता राजेश अग्रवाल ने एक बार फिर बदनावर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय तौर पर चुनाव लडऩे का ऐलान किया है। को पत्रकार वार्ता में अग्रवाल में कहा कि फॉर्म भरने से पूर्व में इलाके में घूम कर लोगों से चुनाव लडऩे या नहीं लडऩे के बारे में सलाह मशवरा करूंगा।  उन्होंने कहा कि आज मैंने फॉर्म ले लिया है। जनता एवं कार्यकर्ता की मांग है कि चुनाव लडऩा चाहिए। पार्टी द्वारा लगातार उपेक्षा किए जाने पर उसे सबक सिखाने की आवश्यकता है। पिछले चुनाव के बाद नेताओं ने हमारे कार्यकर्ताओं को सरकार एवं संगठन में कहीं भी एडजस्ट नहीं किया है। एक तरफा काम चलाया जा रहा है। कार्यकर्ता मुझसे कहते हैं कि हम तुम्हारे लिए लड़ते हैं किंतु तुम हमारा कोई काम नहीं करते हो। अभी 30 अक्टूबर को फॉर्म भरने का मन बनाया है। पिछले चुनाव में भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने एक वोट से दो मंत्री की घोषणा की थी। उपचुनाव में जनता ने भारी बहुमत से पार्टी उम्मीदवार को जिताया। मुझे एक साल बाद राज्य मंत्री का दर्जा दिया किंतु जिस विभाग की बात की थी वह पूरी नहीं की। 2018 में मुझे 31 हजार मतों से जनता ने अपना समर्थन दिया था। उसी का आग्रह है कि एक बार फिर यह चुनाव लडऩा चाहिए। हम सब आपके साथ हैं। इसलिए चुनाव लडऩे का निर्णय लिया है। अभी चार-पांच दिन में जनता का ओपिनियन लेकर आगे बढ़ेंगे। जनता मेरे लिए भगवान है। मेरा राजनीतिक भविष्य जनता ही तय करती है।


अग्रवाल ने आगे कहा कि कांग्रेस 2020 के उपचुनाव में भी मुझे टिकट दे रही थी। किंतु मैंने पार्टी नहीं छोड़ी। अभी कुछ माह पूर्व भी कमलनाथ  का कांग्रेस से चुनाव लडऩे के बारे में फोन आया था। लेकिन मैंने मना कर दिया। इस बार भी मैंने जनता को अवगत कराया है।


पार्टी ने 2020 में भी कहा था कि अगली बार तुम्हें टिकट दिया जाएगा। लेकिन एक बार फिर मेरे साथ छलावा किया गया। मैंने 45 साल की राजनीति में कभी छल कपट, बदमाशी, धोखाधड़ी नहीं की है। मैंने साफ सुथरी राजनीति की और मेरा एकमात्र उद्देश्य जन सेवा करना है।
उन्होंने बताया कि भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें आज पत्रकार वार्ता नहीं करने की सलाह दी थी। किंतु जनता की राय जानने के लिए मैंने इसे निरस्त नहीं किया।  उनकी  इस  प्रेस वार्ता में बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी मौजूद रहे। अग्रवाल के चुनाव लडऩे की घोषणा से भाजपा हलकों में भारी उथल-पुथल मची है। आज कई लोगों ने पार्टी छोडऩे की घोषणा करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी भंवरसिंह शेखावत का साथ देने की घोषणा की है।

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