Kaushambi-7 घंटे तक अस्पताल में तड़पता रहा घायल इलाज न मिलने से हुई मौत

Kaushambi- कौशाम्बी नगर पंचायत अझुवा में टाइल्स मार्बल लगाने वाला मिस्त्री गुरुवार की दोपहर को नगर पंचायत से वापस साइकिल से अपने घर भरेठा जा रहा था जैसे ही नगर पंचायत अझुवा के टांडा मोड़ के पास वह पहुंचा तेज रफ्तार प्राइवेट बस चालक ने साइकिल सवार मार्बल मिस्त्री को टक्कर मार दिया जिससे मार्बल मिस्त्री गंभीर रूप से घायल हो गया लहू लुहान हालत में मार्बल मिस्त्री सड़क पर गिर पड़ा मौके पर लोगों की भीड़ लग गई मामले की सूचना पुलिस एंबुलेंस के साथ घायल मिस्त्री के परिवार को दी गई जानकारी मिलने के बाद परिवार के लोग मौके पर पहुंचे घायल को मंझनपुर के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया लेकिन 7 घंटे तक चिकित्सकों ने ना तो मरीज को अस्पताल से बाहर भेजा और ना ही मरीज का इलाज किया जिससे चिकित्सकों के लापरवाही के चलते घायल मार्बल मिस्त्री की तड़प तड़प कर निजी नर्सिंग होम में दर्दनाक मौत हो गई है कि मौत के बाद एक बार फिर निजी नर्सिंग होम के चिकित्सकों का घिनौना चेहरा उजागर हुआ है मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया है पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है सवाल उठता है कि निजी अस्पताल में घायल का इलाज न करने वाले चिकित्सकों पर क्या मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्रवाई करेंगे या फिर इसी तरह निजी नर्सिंग होम की तानाशाही चलती रहेगी सूत्रों को माने तो लाइफ केयर अस्पताल मंझनपुर में मरीज को परिवार के लोग ले गए थे और लाइफ केयर अस्पताल के डॉक्टर सरकारी अस्पताल में संविदा पर तैनात थे वहां भी यह ड्यूटी नहीं देते थे हालांकि चर्चा है कि यह सरकारी अस्पताल छोड़ चुके हैं

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जानकारी के मुताबिक मोहित यादव पुत्र देशराज यादव निवासी भरेठा बाग अटसरई अझुवा कोतवाली सैनी नगर पंचायत में मार्बल टाइल्स लगाने के लिए गुरुवार की सुबह नगर पंचायत अझुवा गया था दोपहर बाद काम खत्म कर वह साइकिल से अपने घर लौट रहा था जैसे ही वह अझुवा कस्बे के टांडा मोड़ के पास पहुंचा तेज रफ्तार प्राइवेट बस चालक ने साइकिल सवार मार्बल मिस्त्री को टक्कर मार दिया जिससे मार्बल मिस्त्री घायल हो गया घायल होने के बाद परिवार के लोगों ने मिस्त्री को इलाज के लिए मंझनपुर के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया है लेकिन चिकित्सक निजी नर्सिंग होम में मौजूद नहीं थे स्वास्थ्य कर्मियों ने घायल का इलाज नहीं किया बल्कि डॉक्टर को बुलाने की बात करते रहे 7 घंटे तक घायल अस्पताल में तड़पता रहा जिससे इलाज न मिलने के चलते घायल का निजी नर्सिंग होम में मौत हो गई बहुत के बाद परिवार में कोहराम मच गया परिजनों ने नर्सिंग होम के चिकित्सक और संचालकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं मिस्त्री की मौत के बाद अस्पताल संचालक पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं कि आखिर कब तक निजी नर्सिंग होम में चिकित्सकों की तानाशाही चलती रहेगी और मरीज की बेवजह मौत होती रहेगी

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