सीएम योगी ने सुनी लोगों की फरियाद, रुद्राभिषेक कर जग कल्याण की कामना की

गोरखपुरः सीएम योगी आदित्यनाथ पिछले चार दिनों से गोरखपुर में डेरा जमाए हुए हैं. गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति के बाद जनता दरबार में लोगों की समस्याओं को सुनने और उसके निराकरण करने सोमवार की सुबह उपस्थित हुए. सीएम योगी गोरखनाथ मंदिर में जनता दरबार में दूरदराज से आए हुए फरियादियों की फरियाद सुनते हैं और हर संभव से निराकरण का निर्देश अधिकारियों को देते हैं. इस दौरान उनका स्नेहिल स्वरूप भी देखने को मिलता है. इस बार योगी ने जनता दर्शन से पहले सोमवार की सुबह में ही बाबा भोलेनाथ को प्रसन्न करते हुए, जग के कल्याण के लिए रुद्राभिषेक भी किया. इसके बाद वह जनता दरबार में पहुंचकर अपनी दिनचर्या को आगे बढ़ाए.
फरियादियों की समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता और उनके साथ आए नौनिहालों के प्रति स्नेह-अनुराग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह सहज कार्यशैली सबको अपना मुरीद बना लेती है. हर बार की तरह सोमवार को भी सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में ऐसा ही दृश्य देखने को मिला. करीब दो घंटे तक सीएम योगी जनता दर्शन में मौजूद रहे. फरियादियों की भीड़ में एक-एक फरियादी तक खुद जाकर उनकी पीड़ा सुनी, उसे महसूस किया और समस्या के त्वरित निराकरण का निर्देश अधिकारियों को दिया. अफसरों को हिदायत देते हुए कहा कि प्राथमिकी दर्ज करने और अपराधियों पर सख्ती में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए. लोगों की समस्याएं सुनते उनके प्रार्थना पत्रों को अधिकारियों को हस्तगत करते हुए निर्देशित किया कि हर मामले का निस्तारण संतुष्टिपरक होना चाहिए, ताकि कोई भी फरियादी परेशान न हो. मुख्यमंत्री ने फरियादियों को आश्वस्त किया कि वह चिंता न करें, कार्रवाई कराकर न्याय दिलाएंगे. उन्होंने एसएसपी को सभी प्रार्थना पत्र देते हुए त्वरित एक्शन लेने का निर्देश दिया. जनता दर्शन में कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीएम कृष्णा करुणेश, एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर आदि मौजूद रहे.
सीएम योगी ने जनता दर्शन में आने के पहले गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया. इसके बाद ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर माथा टेककर आशीर्वाद लिया. भ्रमण करते हुए गोशाला पहुंचे और गोसेवा की. गायों, बछडों को चना और गुड़ खिलाया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोप्रेम और गोसेवा के लिए विख्यात हैं. गोवंश के प्रति उनके स्नेह का असर यह कि उनकी एक आवाज पर गोरखनाथ मंदिर की गोशाला के गोवंश दौड़े चले आते हैं.

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