बिहार हिंसा : ओवैसी का बड़ा आरोप, कहा- सिर्फ मुस्लिम लड़कों को भेजा जा रहा जेल
पटना। रामनवमी पर नालंदा जिले के बिहारशरीफ और रोहतास जिले के सासाराम में हिंसा को लेकर गिरफ्तारियों पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल खड़े किए हैं। ओवैसी ने बिहार सरकार पर धार्मिक भेदभाव का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सासाराम और नालंदा में हुई हिंसा के जिम्मेदार हिन्दुत्ववादियों को जेल में भेजने के बजाय मुसलमान लड़कों और बच्चों को ही गिरफ्तार किया जा रहा है। दूसरी ओर बिहार के “सेक्युलर” मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को फैंसी ड्रेस से फुर्सत ही नहीं मिल रही है।
गौरतलब है कि बिहारशरीफ में हिंसा फैलाने के आरोप में अब तक 140 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में बिहार पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक जेएस गंगवार ने बताया कि रामनवमी पर नालंदा जिले के बिहारशरीफ में हुए सांप्रदायिक दंगे के मामले में पुलिस ने रविवार (9 मार्च) को पांच और लोगों को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि इन पांचों आरोपियों को बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओयू) ने गिरफ्तार किया है। ईओयू की प्राथमिकी सहित कुल 20 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
बिहार पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संपत्ति कुर्क करने के भय से सांप्रदायिक हिंसा के कई आरोपियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि ईओयू नालंदा और सासाराम (रोहतास जिला) में सांप्रदायिक तनाव के दौरान सोशल मीडिया के माध्यम से फर्जी वीडियो और संदेश प्रसारित करने वाले लोगों को पकड़ने के लिए अलग से जांच कर रही है। इस संबंध में आठ अप्रैल को 15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए।