Nagda- नागदा को जिला बनाने की मांग को लेकर विधार्थियों में अलख जगाने के लिए हुआ अनूठा आयोजन

Nagda- उज्जैन जिले में स्थित औधोगिक नगर नागदा को जिला बनाने की मांग को लेकर विधार्थियों में अलख जगाने के लिए एक अनूठा आयोजन हुआ। रविवार को एक समारोह में भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए। शहर में पहली बार यह अनूठा गैर राजनेैतिक आयोजन संयोजक बंसत मालपानी की अगुवाई में हुआ। छात्र-छात्राओं का यह कार्यक्रम एक अमिट छोड़ गया। जिला बनाओं समिति ने विधार्थियों से प्रविष्ट्रयंा आंमत्रित कर भाषण एवं निबंध प्रतियोंगिता से यह अपेक्षा की गई थी कि विषय- नागदा जिला नहीं बना तो आनेवाली पीढी को क्या नुकसान होगा, विषय पर अपने विचार साझा करें। लिखित में भाषण तथा वीडियों की प्रविष्टियां आंमत्रित की गई।

पहला पुरस्कार 11 हजार

प्रतियोगिता एक की विषय पर दो भागों में विभक्त थी। वीडियों प्रतियोगिता में छात्र कन्हैयालाल विक्रम यूनिवसिर्टीज उज्जैन ने कब्जा किया। उन्हें 11 हजार 111 की राशि से पुरस्कृत किया गया। इस श्रेणी में दूसरा पुरस्कार आर्ची अग्रवाल (अवन्तिका यूनिवर्सिटी (उज्जैन) ने एवं तीसरा अवॉर्ड अमित सिंह कुशवाह (पारूल यूनिवर्सिटीज) ने जीता। इन्हे कमंश 5 हजार 555 रुपये तथा 3 हजार 333 रुपये से पुरस्कृत किया। इसी प्रकार से निबंध प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार पर रविना वाघेला (कालिदास कन्या कॉलेज) ने परचम लहराया। तथा दूसरा दीपिका तिरदिया (भारत कामर्स स्कूल नागदा) हासिल करने में कामयाब हुई। इन्हें भी क्रमश उक्त राशि क्रमश 11 हजार 111 एवं 5 हजार 555 से नवाजा गया। जबकि तृतीय पुरस्कार अमित पोरवाल एमआईटी कॉलेज को मिला। इन्हे 3 हजार 333 की राशि से पुरस्कुत किया। छात्रा कनिष्का वर्मा को सोशल मीडिया पर अधिक लाईक एवं प्रतिक्रिया आने पर मिला। दोनों प्रतियोगिता में शामिल सैकड़ों सभी प्रतियोगियों को मंच पर बुलाकर प्रमाणपत्र भेंट किए गए।

निर्णायक मंडल में ये शामिल

चार सदस्यों के निर्णायक मंडल में शामिल संस्था स्नेह के संस्थापक पंकज मारू, वरिष्ठ पत्रकार कैलाश सनोलिया, वरिष्ठ पत्रकार शरद गुप्ता एवं आरटीअई कार्यकर्ता अभय चौपड़ा ने विजेताओं का चयन किया। निर्णायक मंडल कें सदस्यों ने मंच सांझा कर विचार भी रखे। मंच पर बतौर अतिथि बाह्राण समाज के संरक्षक गुलजारीलाल त्रिवेदी, वरिष्ठ भाजपा नेता युवराजसिंह राणावत, भाजपा जिला कार्यकारिणी सदस्य शाहनवाजउदीन (झिरनिया) व्वापारी संघ के मनीष सेठिया, पंकज नामदेव मंचासीन थे। बाद में प्रेस क्लब अघ्यक्ष दीपक चौहान एवं सिटी प्रेस क्लब अध्यक्ष निलेश रधुवंशी को भी मंत्र पर आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम संयोजक बसंत मालपानी ने स्वागत भाषण दिया। इस मांग को लेकर किसी समय बसंत ने 10साथियों को लेकर नागदा से लेकर भोपाल तक की 250 किमी पैदल यात्रा की उसके संस्मरणें को भी आपने ताजा किया। इस समारोह में इस मांग को लेकर 15 दिनों तक लगातार भोपाल तक पैदल सफर करने वाले युवाओं का भी अभिनंदन किया गया। प्रारंभ में कवि अजयसिंह शेखावत ने नागदा जिला पर काव्यपाठ किया। इस अवसर पर पदयात्रा एवं जिला बनाओं समिति की गतिििवधियों पर केंद्रित वीडियों प्रसारण भी किया गया। कार्यक्रम स्थल पर विधार्थियों के द्धारा नागदा को जिला बनाने के रचित स्लोगन आकर्षण का केंद्र बनें।

निंबंध एवं भाषण प्रतियोगिता में मुख्य तथ्य ये उजागर आए कि यदि नागदा जिला नहीं बना तो आनेवाली विशेषकर युवा पीढी को कई प्रकार के दुष्परिणामों को भुगतना पड़ंेगा। बेहतर शिक्षा से वंचित होगे। रोजगार से मोहताज होंगे। अच्छी स्वास्थ्य सविधा से वंचित होंगे। बुनियादी सुविधा, प्रशासनिक व्यवस्था, कानून व्यवस्था में कसावट लचर होगी तो आमजीवन पर भी प्रतिकुल प्रभाव पडेंगा। इस कारणों अपराघों में बढोतरी होगी।

मुख्यमंत्री को प्रेषित विधार्थियों के विचार

नागदा को जिला बनाने के लिए विधार्थियों के जो निंबध प्रतियोगिता में विचार आए उसका एक संकलन बनाकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, प्रतिपक्ष नेता उमंग सिंघार पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को प्रेषित करने की जानकारी दी गई।

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