लखनऊ: सिविल अस्पताल में छात्रा की मौत, परिजनों ने किया हंगामा
लखनऊ। सिविल अस्पताल में सोमवार को इलाज के दौरान स्नातक की एक छात्रा की मौत हो गई। परिजनों ने गलत इलाज करने और लापरवाही का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। हालांकि बाद में उन्होंने इस मामले में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई। बालागंज निवासी रामचंद्र की बेटी पूजा स्नातक की छात्रा थी। रामचंद्र बताते हैं कि रविवार शाम को पेट में दर्द होने पर वे पूजा को सिविल अस्पताल लेकर आए और भर्ती करा दिया। रात में वह दर्द से तड़प रही थी और कई बार उन्होंने जाकर यह बात चिकित्सकाें को बताई।
इसके बावजूद कोई देखने नहीं आया। सोमवार सुबह भी उसे काफी तकलीफ थी, तो एक चिकित्सक ने आकर इंजेक्शन लगाया। इसके बाद पूजा का पैर सुन्न हो गया। जब यह बात उन्होंने चिकित्सकों को बताई तो उन्होंने आकर एक और इंजेक्शन लगा दिया। जिसके बाद पूजा की मौत हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि चिकित्सकों ने इलाज में लापरवाही बरती, इसलिए वे इलाज की फाइल भी नहीं दे रहे हैं।
इससे यह भी पता नहीं चल रहा है कि उसे आखिर कौन सा इंजेक्शन दिया गया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। परिजनों के इस हंगामे की सूचना मिलने स्थानीय पुलिस भी पहुंच गई। हालांकि पुलिस ने जब शव का पोस्टमार्टम कराने और एफआईआर का सुझाव दिया तो परिजनों ने ऐसा करने से इन्कार कर दिया और शव लेकर घर चले गए। इस बारे में अस्पताला के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस के नंदा ने कहा कि इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई है, यदि परिजन एफआईआर कराएंगे तो पोस्टमार्टम से सारी स्थिति साफ हो जाएगी।