सुल्तानपुर में तीन हत्याओं से जनपद में दहशत का माहौल
गुरुवार की सुबह दोस्तपुर के मुरैनी गांव में एक युवक की लाश मिली है। उसे पुरानी रंजिश में गोलियों से छलनी कर दिया गया। अखण्डनगर के कुन्दा भैरवपुर गांव में एक युवक की लाश खेत मे पड़ी मिली। बताया जाता है कि उसे आशनाई के चक्कर मे लाठियों से पीट कर मारा गया है। चांदा में एक मन्दिर परिसर के एक नागा साधु का शव पेड़ की डाल पर लटकता मिला है। प्रकरणों में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। सोनू पुत्र महाबीर की गांव के बाहर खेत में लाश ग्रामीणों ने देखा। उसके गले मे रस्सी का फंदा व शरीर पर लाठियों से पीट पीट कर मारने के निशान हैं। पुलिस का भी मानना है कि आशनाई के चक्कर मे ही घटना की गई है। छतौना गांव में पत्ता बीर बाबा मंदिर परिसर में छोटू सत्येंद्र बीर बाबा का शव देख लोग दंग रह गए। वह काफी दिनों से यहां रहकर पूजा पाठ किया करते थे। बाहर से आये थे कोई हिमांचल तो कोई अयोध्या से आना बता रहा है। बताया जाता है कि बीते 15 मार्च को पहाड़पुर रायपट्टी निवासी आरोपीगण रामसहाय,जयमंगल,राजमंगल,अंकित सिंह,अम्बे सिंह,अमन सिंह, पप्पू सिंह के खिलाफ नामजद व उनके अज्ञात साथियो के विरुद्ध 395 भादवि की धारा में मुकदमा दर्ज हुआ था। वह मुकदमा मृतक हरिप्रसाद की मां कैलाशा देवी पत्नी रामबदल ने दर्ज कराया था। इस घटना के पूर्व होली के त्यौहार पर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था, जिसके सम्बन्ध में भी आरोपियों पर 323,506 भादवि सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। आरोप है कि इन्हीं कारणों से आरोपीगण रंजिश रख रहे थे। डकैती की मामले में किसी की गिरफ्तारी नही हुई। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने भी आरोपियों पर कार्यवाही के बजाय उनके प्रभाव में धाराओं में खेल किया। यही नहीं, अपराधियों को स्थानीय पुलिस का संरक्षण भी मिलता रहा। लगातार मिल रही धमकी की शिकायतो पर भी पुलिस अधिकारियों ने संज्ञान नहीं लिया। शायद इसी का नतीजा रहा जो आज मनबढ़ आरोपियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दे डाला। घटना स्थल पर पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी पहुंच गए हैं।