किसानों का विरोध विपक्ष के रिमोट से हो रहा संचालित : केंद्रीय मंत्री

लखनऊ। किसानों का विरोध विपक्ष के रिमोट से संचालित हो रहा है। प्रधानमंत्री इसी लोकसभा सत्र में कृषि कानून वापस ले लेंगे। ऐसे में कानून वापस लेते ही आंदोलन बेअसर हो जाएगा। यह बात बुधवार को केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्यमंत्री कौशल किशोर ने महात्‍मा गांधी मार्ग पर स्थित अति विशिष्‍ठ अतिथि गृह साकेत में पत्रकारवार्ता के दौरान कहीं।

उन्होंने कहा कि जब केंद्र सरकार वार्ता करने के लिए बुला रही थी और तब किसान बात करने को तैयार नहीं हुए। जब कानून वापस लेने की घोषणा कर दी गई तो वार्ता करने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि न्यूनतम संवर्धन मूल्य (एमएसपी) तो पहले से ही है और हर साल केंद्र व प्रदेश सरकार दाम भी बढ़ती हैं।

उन्होंने सपा के गठबंधन को कहा कि 2019 में सपा और बसपा का गठबंधन हुआ था लेकिन दोनों दल अलग-अलग छोटे दलों से गठबंधन कर रहे हैं। पिछली बार से ज्यादा सपा की बुरी तरह हार होगी। उन्होंने अखिलेश के जिन्ना के बयान पर कहा उनके लोग ही इस बात को हजम नहीं कर पा रहे, वहीं लोग हसते हैं।

केंद्रीय राज्‍यमंत्री कौशल किशोर ने बताया कि 26 नवंबर 1949 को डॉ. भीमराव अंबेडकर के नेतृत्‍व में भारतीय संविधान बनकर तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति, प्रधानमंत्री व गृहमंत्री को सौंपा गया था इसलिए 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमारे देश में 1857 से 1947 तक अंग्रजों से संघर्ष करते हुए लगभग 6.32 लाख भारतीयों ने स्‍वाधीनता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति दी थी।

तब जाकर हमारा देश आजाद हुआ इसलिए इस वर्ष संविधान दिवस के अवसर पर प्रयागराज के त्रिवेणीपुरम्, झूंसी में मनोज पासी व विभवनाथ भारती आदि के नेतृत्‍व सभा करके संविधान दिवस मनाया जाएगा। विरांगना उदादेवी पासी जिन्‍होंने स्‍वाधीनता संग्राम में 36 अंग्रेजो को अपनी बंदूक से मौत के घाट उतारा था उनका शहादत दिवस प्रयागराज में मनाया जा रहा है।

इसी क्रम में लखनऊ से मंत्री कौशल किशोर के नेतृत्‍व में करीब एक हजार से अधिक चार पहिया वाहनों का एक काफिला 26 नवंबर की सुबह पीजीआई के निकट से प्रयागराज के लिए संविधान यात्रा के रूप में रवाना होगा। यह यात्रा यह संदेश देगी कि वर्तमान में केंद्र और राज्य सरकार पूरी तरीके से संविधान में दिए गए अधिकार लोगों को देने का काम कर रही है। उन्‍होंने कहा कि इस यात्रा का जगह-जगह स्‍वागत किया जाएगा। इस यात्रा में उन्‍नाव, रायबरेली, हरदोई, बाराबंकी, सीतापुर आदि जिलों से सैकड़ों वाहन आयेंगे।

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