विधायक पंकज गुप्ता ने बाल स्वास्थ्य पोषण माह का किया शुभारंभ
जिला महिला चिकित्सालय के प्रशासनिक भवन में आयोजित बाल स्वास्थ्य पोषण माह के शुभारंभ अवसर पर सदर विधायक पंकज गुप्ता ने उपस्थित अभिभावकों एवं धात्री माताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 9 माह से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को 6 माह के अंतराल पर विटामिन ए का घोल अवश्य पिलाएं इससे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और बच्चे स्वस्थ रहते हैं ।
उन्होंने कहा कि यह अभियान 13 अगस्त से 12 सितंबर तक चलाया जाएगा टीकाकरण सत्रों में सभी अभिभावक अपने बच्चों को विटामिन ए का घोल जरूर पिलाएं यह तमाम बीमारियों से बचाव के लिए प्रतिरोधक क्षमता बनाता है। पंकज गुप्ता ने कहा कि न्यूमोकोकल बैक्टीरिया से होने वाले निमोनिया तथा अन्य बीमारियों से बचाव के लिए पीसीवी वैक्सीन जनपद में शुरुआत की जा रही है। हमारा उद्देश्य है कि प्रत्येक बच्चा प्रति रक्षित हो और स्वस्थ हो ।इस कोरोना महामारी के समय हमें बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण पर विशेष ध्यान देना होगा ।सभी अभिभावक ,धात्री माताएं कोरोना संक्रमण से बचाव के उन सभी तरीकों को अपनाएं ताकि उनका परिवार और वह स्वयं सुरक्षित हो सके।
इस अवसर पर सदर विधायक पंकज गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी आशुतोष कुमार, प्रभारी सीएमएस संजू अग्रवाल ने कई बच्चों को विटामिन ए की घोल पिलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बच्चों को पीसीवी वैक्सीन 6 हफ्ते एवं 14 हफ्ते की उम्र पर तथा बूस्टर टीका 9 माह की उम्र पर दिया जाएगा ।यह एक महंगा टीका है जो पहले प्राइवेट तौर पर ही उपलब्ध था किंतु अब सरकार के प्रयास से 75 जनपदों में सभी सरकारी एवं ग्राम स्तर पर बुधवार और शनिवार को होने वाले नियमित टीकाकरण सत्रों में पात्र बच्चों को पीसीवी का टीका मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया बाल स्वास्थ्य पोषण माह के दौरान 9 माह से 5 वर्ष तक के लक्षित 393000 बच्चों को 6 माह के अंतराल पर विटामिन ए का घोल नियमित टीकाकरण सत्रों पर दिया जाएगा ।इसके साथ साथ आयोडीन नमक के प्रयोग किए जाने ,आंगनवाड़ी कार्य कत्रियो द्वारा कुपोषित बच्चों का चिन्ह करण कर उन्हें उपचार हेतु पोषण पुनर्वास केंद्र जिला चिकित्सालय रेफर करने तथा स्तनपान को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाएगा। आर के गौतम अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि न्यूमोकोकल बैक्टीरिया से होने वाले निमोनिया और दिमागी बुखार एवं अन्य बीमारियों से पीसीवी वैक्सीन बचाता है। उन्होंने बताया कि विश्व में 5 साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक कारण निमोनिया है। वर्ष 2010 के आंकड़ों के अनुसार विश्व में 1 और 5 साल के बच्चों की निमोनिया संबंधित कारणों से होने वाली मृत्यु में से लगभग 20% मृत्यु भारत में होती है पीसीवी वैक्सीन इस बीमारी से होने वाली मृत्यु दर को कम करेगा।