लखनऊ में फिर बढ़े कोरोना केस, हजरतगंज में मिले सबसे ज्यादा मरीज, मचा हड़कंप
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। रविवार को पिछले तीन माह में सबसे ज्यादा 141 नए संक्रमित मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग से लेकर शासन तक में हलचल मच गई। बेकाबू होते कोरोना पर नियंत्रण के लिए शासन ने रात में ही स्वास्थ्य विभाग की बैठक बुला ली।
इसमें संक्रमण रोकने के लिए प्रभावी रणनीति बनाने और पॉजिटिव मरीजों की बेहतर देखभाल के निर्देश दिए गए। आंकड़ों के अनुसार, हजरतगंज और अलीगंज में वायरस खासतौर पर रफ्तार पकड़ रहा है। रविवार को हजरतगंज में सबसे ज्यादा 19 मरीज पाए गए। वहीं, अलीगंज में 15 पॉजिटिव मिले।
इसके अलावा गोमती नगर में 12 व इंदिरा नगर में 10 मरीज पाए गए। वहीं, विभूति खंड में नौ और रायबरेली रोड पर छह नए मरीज मिले। कुल 13 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। शेष ने होम आइसोलेशन का अनुरोध किया। तीन
शिक्षक कोरोना पॉजिटिव, स्कूल बंद
वहीं, सीएमएस अलीगंज के तीन शिक्षक कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जिसके चलते सोमवार को स्कूल बंद कर दिया गया। अभिभावकों ने कैंप लगाकर भी टेस्टिंग कराए जाने की मांग की है।
सक्रिय मरीजों की संख्या तीन गुना बढ़ी
एक हफ्ते पहले न्यूनतम 200 तक की संख्या पर लुढ़कने के बाद लखनऊ में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या अचानक तीन गुना से भी ज्यादा बढ़कर 659 हो गई है। रविवार को कुल 27 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सॢवलांस एवं कांटैक्ट ट्रेसिंग के आधार पर विभिन्न होटलों-दुकानों, प्रतिष्ठानों, बाजारों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों और अन्य भीड़भाड़ वाली जगहों तथा संक्रमण प्रभावित इलाकों से कुल 7823 मरीजों के नमूने लिए।
आरएसएम अस्पताल को फिर बनाया गया कोविड अस्पताल, लोकबंधु में भी तैयारी
जिला प्रशासन के निर्देश पर सीएमओ डा. संजय भटनागर ने सीतापुर रोड स्थित राम सागर मिश्रा अस्पताल को कोविड-19 चिकित्सालय में बदल दिया है। फिलहाल, इसे लेवल वन का अस्पताल बनाया गया है। लोकबंधु अस्पताल को फिर कोविड-19 की तैयारी करने के लिए कह दिया गया है। चिकित्सा अधीक्षक डा. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि लोकबंधु में कोविड-19 से निपटने की तैयारियां पूरी की जा रही हैं। अगले दो दिनों में यह अस्पताल फिर पूरी तरह कोरोना मरीजों के लिए तैयार हो जाएगा। हालांकि, लोकबंधु अस्पताल को अभी वैकल्पिक मोड में रखा जाएगा।
लोहिया कोविड अस्पताल में बढ़ेंगे बेड
लोहिया संस्थान के कोविड अस्पताल की मौजूदा बेड संख्या 50 से बढ़ाकर सौ की जा रही है। केजीएमयू, एसजीपीजीआइ के कोविड-19 अस्पतालों को फिर पूरी तरह सक्रिय किया जा रहा है। इन अस्पतालों में आइसीयू, एचडीयू, ऑक्सीजन व्यवस्था, वेंटिलेटर और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है।
मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में 1192 लोग मिले निगेटिव
मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में रविवार को कुल 6313 लोगों की जांच कर उन्हेंं दवा और परामर्श दिया गया। इस दौरान कोरोना के संदिग्ध लक्षणों वाले 1192 लोगों का एंटीजन टेस्ट किया गया। राहत की बात रही कि इन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई। आरोग्य मेले में कुल 2273 पुरुषों, 3089 महिलाओं और 951 बच्चों को परामर्श दिया गया। साथ ही 1116 लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया।
सिविल अस्पताल में आरटीपीसीआर जांच शुरू
सिविल अस्पताल में वीटीएम किट न मिलने से करीब 15 दिनों तक बंद रही कोविड-19 जांच फिर शुरू हो गई है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने सिविल अस्पताल को किट मुहैया करा दिया है। दैनिक जागरण ने कई बार सिविल अस्पताल में कोविड-19 किट खत्म होने के मुद्दे को प्रमुखता से छापा था।
722 लोगों को लगी वैक्सीन
एसीएमओ डा. एमके सिंह ने बताया कि रविवार को सरकारी अस्पतालों में वैक्सीनेशन बंद रहा। कुछ निजी अस्पतालों में वैक्सीन लगाई गई, जहां कुल 722 लोगों ने टीकाकरण कराया। इसमें 393 पुरुष और 329 महिलाएं शामिल रहे।
रेलवे स्टेशन व बस स्टेशन पर हुई सघन जांच
डाक्टर एमके सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने रविवार को रेलवे स्टेशन व बस स्टेशन आने जाने वाले यात्रियों की सघन जांच की। इस दौरान करीब तीन हजार लोगों के नमूने लिए गए।