Raipur- छत्तीसगढ़ में सत्यम बालाजी के ठिकानों और उससे जुड़ी फर्मों में करोड़ों की टैक्स चोरी का खुलासा
Raipur- छत्तीसगढ़ में आयकर अन्वेषण विंग की टीम ने राइस मिलर्स, कमीशन एजेंट्स-ब्रोकर्स के ठिकानों पर करोड़ाें की टैक्स (कर) चोरी का खुलासा
हुआ है। आयकर अन्वेशषण विंग के छापे में मिले करीब 7 से 8 करोड़ रुपये को सीज कर दिया गया है। राजधानी सहित राजिम, धमतरी, राजनांदगांव, दुर्ग और तिल्दा के सभी ठिकानों पर आयकर की जांच जारी है। आयकर विभाग के अन्वेषण विंग की टीम राइस मिलिंग, ऑटोमोबाइल ग्रुप सत्यम बालाजी के ठिकानों पर तीसरे दिन भी जांच कर रही है। आयकर टीम ने कहा कि यह बासमती चावल का प्रमुख निर्यातक है। मुख्य फर्म सत्यम बालाजी समूह की छत्रछाया में साईं हनुमंत इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और उससे जुड़े फर्मों में सैकड़ों करोड़ रुपये की कर चोरी का खुलासा होने की जानकारी दी है। अभी इसकी विधिवत पुष्टि नहीं की गई है।
गोंदिया (महाराष्ट्र) और काकीनाड़ा (आंध्र प्रदेश) में भी आयकर अफसर जांच में जुटे हैं। आयकर अन्वेषण विंग छत्तीसगढ़ ने प्रदेश के दो राइस मिलर्स, राइस एक्सपोर्टर्स कारोबारी समूह के साथ ही अनाज व्यवसाय से जुड़े कमीशन एजेंट्स, राइस ब्रोकर्स के 25 ठिकानों पर जांच जारी है। सभी ठिकानों से मिले अहम दस्तावेज से कच्चे में कारोबार और कैश में व्यवसाय किए जाने के ढेरों दस्तावेज मिले हैं। बुधवार सुबह शुरू की गई राइस मिल परिसर, आवासीय ठिकानों और कार्यालयों में मिले करीब 7 से 8 करोड़ रुपये कैश को सीज कर लिया गया है। बताया गया है कि कर (टैक्स) चोरी के लिए झूठी कंपनी बनाकर उसके माध्यम से काल्पनिक लेनदेन का एक नेटवर्क बना कर लेनदेन कच्चे में नकद रूप से किया जाता रहा है। अधिकारियों का दावा है कि यह मध्य भारत के इतिहास में सबसे बड़े कर चोरी के मामलों में से एक है।