भरतकुंड महोत्सव: पहले दिन 2100 महिलाएं करेंगी दुरदुरिया पूजा

अयोध्या। महात्मा भरत की तपोभूमि नन्दीग्राम में होने वाले पांच दिवसीय भरतकुण्ड महोत्सव में अलग-अलग दिनों में व्याख्यान, दंगल, रामलीला व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। पूरा महोत्सव भरत जी को ही समर्पित रहेगा, ताकि लोगों को भरत जी के चरित्र के बारे में जानकारी हो सके।

भरतकुण्ड महोत्सव न्यास के अध्यक्ष अंजनी कुमार पाण्डेय ने बताया की 2 से 6 दिसम्बर तक आयोजित इस कार्यक्रम को भव्य रूप दिया गया है, जिसमें विभिन्न नए कार्यक्रम शामिल हैं। उद्घाटन सत्र में 2100 महिलाओं द्वारा धार्मिक दुरदुरिया पूजन का बृहद आयोजन होगा। विश्व शान्ति महायज्ञ, भरत चरित्र पर आधारित प्राचीन रामलीला, भरत चरित्र पर व्याख्यान, राष्ट्रीय स्तर का दंगल, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में परम्परागत लोकनृत्य के साथ विभिन्न प्रतियोगिताएं रासलीला सहित अन्य कार्यक्रम इस वर्ष के मुख्य आकर्षण रहेंगे। उन्होंने बताया कि महोत्सव में महायोगिराज सम्मान व नन्दीग्राम रत्न सम्मान में कला, साहित्य, समाज सेवा. अनुसंधान खेल, चिकित्सा, संस्कृति, नारी सशक्तिकरण समेत विभिन्न क्षेत्र की प्रतिभाओं को सम्मानित किया जायेगा।

महोत्सव की प्रत्येक शाम का आकर्षण भजन संध्या, लोक संध्या काव्य संध्या शास्त्रीय संगीत एवं हास्य समेत अन्य विविध कार्यक्रम होंगे। मीडिया प्रभारी राकेश मिश्र ने बताया कि महोत्सव के माध्यम से आम जनमानस को भारतीय सभ्यता संस्कृति व इस पावन तपोभूमि पर पर्यटन की सम्भावनाओं धरोहरों को सहेजने के लिए देश के विभिन्न क्षेत्रों में अपने सामाजिक कार्य से मापदण्ड स्थापित कर रही प्रतिभाओं को निखारने एवं सम्मानित करने का कार्य न्यास व महोत्सव के माध्यम से अनवरत जारी है।

महोत्सव के संयोजक मण्डल में मुख्य संयोजक महंत कमल नयन दास, शास्त्री महंत रामदास, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, सांसद लल्लू सिंह, विधायक शोभा सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्र, डॉ. एसके पाठक, डॉ. संदीप सिंह व महोत्सव न्यास के अन्य सदस्य मौजूद रहेंगे।

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