पीएम मोदी क्या चाहते थे कि मजदूरों को असहाय छोड़ देते : प्रियंका गांधी

पणजी । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रवासी मजदूरों को लेकर लगाए गए आरोपों के लिए पीएम मोदी पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि क्या पीएम यह चाहते थे कि जब मजदूर अपने घर वापस लौट रहे थे तो उन्हें असहाय छोड़ दिया जाता। बता दें कि प्रधानमंत्री ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि कांग्रेस ने कोरोना महामारी के दौरान मुंबई के मजदूरों को मुफ्त ट्रेन की टिकट दी, जिस कारण बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर दूसरे राज्यों में पहुंचे। इस वजह से पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में कोरोना के मामलों में इजाफा हुआ।पीएम मोदी के इस आरोप पर प्रियंका गांधी ने पलटवार करते हुए कहा, जिन लोगों के पास अपने घर लौटने का कोई रास्ता नहीं था, जो पैदल वापस आ रहे थे – क्या वह (पीएम) चाहते थे कि कोई उनकी मदद न करे? मोदी जी क्या चाहते थे? प्रियंका ने पीएम मोदी की रैलियों को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, जो बड़ी-बड़ी रैलियां की गई हैं, उनके बारे में क्या? इससे पहले सोमवार को, लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा था कि कांग्रेस ने प्रवासी श्रमिकों को मुंबई छोड़ने के लिए मुफ्त ट्रेन टिकट दिया, जिससे पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कोविड का प्रसार हुआ। कांग्रेस ने कोरोना की पहली लहर के दौरान सारी हदें पार कर दीं। पहली लहर के दौरान, जब देशभर में लाकडाउन लगा था और WHO सभी को जहां है वहीं रहने की सलाह दे रहा था, तो कांग्रेस निर्दोष लोगों को डराने के लिए मुंबई रेलवे स्टेशन चली गई और उन्हें अपने राज्यों में वापस जाने के लिए उकसाया। इसका परिणाम यह हुआ कि पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कोरोना तेजी से फैल गया।न्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा, आपने मजदूरों को संकट में डाल दिया। दिल्ली में, सरकार ने जीपों में झुग्गियों का चक्कर लगाया और माइक पर घोषणा की कि जो कोई भी घर जाना चाहता है, उनके लिए बसों की व्यवस्था की गई है। इसके बाद उत्तर प्रदेश और पंजाब में कोरोना का विस्तार हुआ। यह कैसी राजनीति है? कब तक ये राजनीति चलती रहेगी? कांग्रेस के व्यवहार से पूरा देश स्तब्ध है। उन्होंने आगे कहा, अब कांग्रेस ने अगले 100 साल तक सत्ता में नहीं आने का मन बना लिया है।

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