कृषि कानून के खिलाफ सचिन पायलट की महापंचायत, एक लाख समर्थकों के जुटने का दावा
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानून के खिलाफ जारी किसानों आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है। किसान के समर्थन में जगह जगह महापंचायत हो रहे हैं।
इसी क्रम में राजस्थान के दौसा जिले में शुक्रवार को विशाल किसान महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इस रैली में एक लाख किसानों को बुलाने का दावा किया गया है। यह आयोजन राजेश पायलट स्टेडियम में होना है। इसमें जुटने वाली भीड़ को सचिन पायलट के शक्ति परीक्षण के तौर पर भी देखा जा रहा है। सचिन पायलट शुक्रवार को यहां अपना दम दिखाएंगे।
राजेश पायलट की कर्मभूमि दौसा में आज एक लाख किसानों के साथ किसान पंचायत होगी। कांग्रेस की सरकार प्रदेश में आने के बाद सचिन पायलट की यह पहली रैली है। इसको सफल बनाने के लिए पायलट गुट के सभी विधायक जी जान से लगे हुए हैं। सत्ता में हिस्सेदारी का इंतजार कर रहे सचिन पायलट अब पूरे राजस्थान में रैली करने निकल रहे हैं।
पायलट की शैली पर BJP के अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी नजर रखे हुए हैं। सचिन पायलट की रैली में भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने भी दौसा जिले में पूरी तैयारी कर रखी है। रैली की पूरी जिम्मेदारी सचिन पायलट के दो खास सिपहसालार विधायक मुरारी मीणा और जीआर खटाना ने संभाल रखी है।
किसान महापंचायत के बाद राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को सौंपा जाएगा। जिसमें तीनों कृषि विधेयक वापस लेने की मांग रखी गई है। इधर महापंचायत में बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने की संभावना को देखते हुए पुलिस और प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद है।
दौसा में आज महापंचायत को देखते हुए करीब 600 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही तीन आरएसी की कंपनियों को भी तैनात किया गया है। कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पूरी मॉनिटरिंग पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह चौहान संभाले हुए हैं। इधर दौसा डीएम पीयूष समारिया महापंचायत को देखते हुए लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।