कृषि कानून के खिलाफ जारी किसान आंदोलन के 100 सौ दिन हुए पूरे, संगठन ने मानाया‘काला दिवस’
नई दिल्ली। तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों आंदोलन को आज यानी शनिवार को 100 दिन पूरे हो गए। इस दौरान आंदोलनकारी किसान संगठन इस दिन यानी छह मार्च को ‘काला दिवस’ के रूप में मनाया है। इस बीच आंदोलनकारी किसानों ने आज पांच घंटों के लिए कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे को अवरुद्ध कर दिया है।
संयुक्त किसान मोर्चा (एसएमपी) ने किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने के अवसर पर छह मार्च (शनिवार) को ‘काला दिवस’ के रूप में मनाने और कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे को पांच घंटों के लिए अवरुद्ध करने की शुक्रवार को घोषणा कर दी थी। किसान संगठनों और सरकार के बीच ग्यारह दौर की बातचीत पूरी हो चुकी है लेकिन दोनों के बीच अभी तक सहमति नहीं बनी है।
किसान नेता कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं जबकि सरकार इस मांग को पूरी करने के लिए तैयार नहीं है। किसानों का आंदोलन 26 नवंबर को शुरू हुआ था। हजारों की संख्या में विशेष रूप से पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली से लगी सीमाओं के आसपास आंदोलन कर रहे हैं।